पहली बार सामने आया राजा रघुवंशी हत्याकांड का सच, मौत से पहले पति ने पत्नी सोनम से कहे थे ये शब्द

मेघालय पुलिस ने इंदौर के राजा रघुवंशी हत्याकांड की चार्जशीट कोर्ट में की पेश, राज और सोमन समेत पांच को बनाया आरोपी, हर एक के किरदार के गुनाह का किया पर्दाफाश।

नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। खूबसूरत चेहरा और मुंह पर नशीली मुस्कान। रईस बाप की रईस बेटी सोनम का दिल एक छपरी पर धड़कता था। छपरी की प्यार में पागल सोनम ने शादी के बाद पति राजा रघुवंशी की हत्या का प्लान बनाया और हनीमून ट्रिप के बहाने उसकी बेरहमी से हत्या करवा दी। इस मामले में अब मेघालय पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर दी है। जिसमें खुलासा हुआ है कि राजा रघुवंशी की हत्या की साजिश उसकी पत्नी सोनम ने अपने प्रेमी और तीन सुपारी किलर्स के साथ मिलकर रची थी। हनीमून ट्रिप पर खेला गया यह खौफनाक खेल किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं है। पुलिस की चार्जशीट में दर्ज कहानी सुनकर आप भी दंग रह जाएंगे।

दरअसल, मध्य प्रदेश के इंदौर के रहने वाले राजा रघुवंशी की शादी सोमन नाम की युवती के साथ हुई थी। सोनम के पिता इंदौर के बड़े कारोबारी हैं। सोमन भी उनके बिजनेस में हाथ बटाती थी। सोमन की कंपनी में राज कुशवाहा नाम का युवक काम करता था। सोनम खूबसूरत थी। रईस भी थी। लेकिन सोमन करोड़पति के बजाए छपरी बॉयफ्रेंड की तलाश कर रही थी। तभी उसकी नजर राज पर पड़ती है। राज से वह दोस्ती करती है। फिर दोस्ती प्यार में तब्दील हो जाती है। सोनम हरहाल में राज के साथ शादी करना चाह रही थी। तभी उसकी शादी राजा के साथ तय हो जाती है। ऐसे में सोनम और राज ने मिलकर राजा की हत्या का प्लान बनाया। शादी के बाद सोनम ससुराल जाती है। हनीमून ट्रिप के बहाने राजा रघुवंशी को शिलॉन्ग लेकर जाती है और वहीं पर सुपारी किलर्स के जरिए उसकी हत्या अपने आंख के सामने करवा देती है।

राजा हत्याकांड पर पुलिस ने जांच पूरी की। एसआईटी ने भी पड़ताल की और चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी। मेघालय पुलिस की चार्जशीट के मुताबिक राजा रघुवंशी के कत्ल की मुख्य साजिशकर्ता और आरोपी नंबर 1 कोई और नहीं राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी है. सोनम के अलावा को कॉंस्पिरेटर के तौर पर दूसरा नाम सोनम के आशिक राज सिंह कुशवाहा का है. इन दोनों के अलावा इस चार्जशीट में तीन और नाम है. आकाश सिंह राजपूत, विशाल सिंह चौहान और आनंद कुर्मी. ये वही तीनों कातिल हैं जिन्हें सोनम और राज कुशवाहा ने राजा के कत्ल के लिए चुना था। यानि चार्जशीट के हिसाब से राजा के कत्ल के कुल पांच किरदार हैं। यही वो पांचों किरदार. हैं, जिन्होंने राजा की बेरमही से हत्या की। राज कुशवाहा ने प्लान बनाया और सोमन ने अपनी आंख के सामने पति का मरते हुए देखा।

चार्जशीट के मुताबिक, 23 मई को दिन में सोहरा के करीब विशाल सिंह चौहान ने तेजधार हथियार दाव से राजा पर पहला वार किया था। पहला वार ही बेहद घातक था। जिस वक्त विशाल ने राजा पर पहला वार किया तब उसके आसपास बाकी दो हत्यारे यानि आकाश और आनंद भी खड़े हुए थे। साथ ही वहीं बिल्कुल करीब सोनम भी खड़ी थी। दाव के पहले वार से राजा दर्द से तड़प उठा। बेतहाशा खून बहने लगा। शायद वो कातिलों की मंशा समझ चुका था। तड़पते हुए वो अब गिड़गिड़ाने लगा। दर्द की वजह से वो चीख भी रहा था। इस दौरान राजा नं पत्नी सोनम ने जान की भीख मांगी। राजा ने कहा कि सोमन मेरा क्या कसूर था, जो तुमने मुझे इतनी बढ़ी सजा दी। मैं तो तुम्हो चेहरे पर मुस्कान के लिए कुछ भी कर गुजरना चाह रहा था। तुम्हें मैं बहुत प्यार करता हूं। प्लीज मत मारो। अगर मैं मर गया तो तूम्हारे चेहरे से मुस्कान चली जाएगी।

चार्जशीट के मुताबिक अब तक सब कुछ पास खड़ी अपनी आंखों से देख रही सोनम राजा की तड़प और चीख नहीं सुन सकी।वो उसका खून देखकर भी घबरा गई। शायद वो राजा से नजरें भी नहीं मिलाना चाहती थी। इसीलिए तुरंत वो राजा से दूर चली जाती है। इसके बाद विशाल फिर से उसी दाव से कई बार राजा पर हमला करता है। थोड़ी देर बाद जब राजा की चीख खामोश हो जाती है, तब दूर पीठ पीछे किए खड़ी सोनम वापस लौटती है। विशाल से पूछती है कि राजा मर गया या अब भी जिंदा है। इसके बाद जब उसे यकीन हो जाता है कि राजा मर चुका है, तब तीनों कातिलों के साथ सोनम भी लाश उठाने में मदद करती है और फिर सब मिलकर उसे खाई में फेंक देते हैं। इसके बाद सोनम तीनों कातिल के साथ तेज कदमों से कुछ दूरी तक चलती है और फिर तीनों को एक जगह छोड़कर वहां से अकेले निकल जाती है।

चार्जशीट के मुताबिक, 23 मई से पहले सोनम ने अपने पति राजा को मारने की तीन और कोशिश की थी। पहली कोशिश 21 मई को गुवाहाटी में की गई थी। तीनों कातिल सोनम और राजा से पहले ही गुवाहाटी पहुंच गये थे लेकिन गुवाहाटी में ऐसी कोई सुनसान जगह नहीं मिली। ऊपर से तीनों कातिलों औऱ खुद सोनम के लिए गुवाहाटी एक नई और अनजान जगह थी। इसलिए 21 मई की पहली कोशिश नाकाम रही। इस पहली नाकाम कोशिश के बाद ही सोनम ने अपने प्रेमी राज कुशवाहा के साथ मिलकर अचानक मेघालय जाने का प्लान बनाया। 21 मई को सोनम और राजा मेघालय पहुंचे। पीछे-पीछे तीनों कातिल भी मेघालय पहुंच चुके थे क्योंकि सोनम लगातार फोन पर उन्हें अपना प्लान, रूट सब कुछ बता रही थी। शिलांग पहुंचने के बाद 21 की शाम को ही राजा को मारने की दूसरी कोशिश की गई. इस बार एक खाई के किनारे सेल्फी लेने के नाम पर राजा को खाई में धक्का देने का प्लान था। लेकिन तेज बारिश के चलते ये दूसरी कोशिश भी नाकाम रही।

इसके बाद अगले दिन यानि 22 मई को राजा को मारने की तीसरी कोशिश की गई। इस बार प्लान किराए की सकूटी पर राजा को किसी सुनसान जगह पर ले जाने का था। स्कूटी पर सोनम भी थी। तीनों कातिलों ने भी किराए की स्कूटी ले रखी थी। और लगातार सोनम के हिसाब से दोनों के पीछे पीछे थे। लेकिन जिस जगह राजा को मारना था, वहां कुछ लोकल लोग आ जा रहे थे। सोनम और कातिल डर गए और उन्होंने ये प्लान ड्रॉप कर दिया। इस तरह तीसरी कोशिश भी नाकाम रही। चार्जशीट के मुताबिक, राजा रघुवंशी हत्याकांड के दिन मौका-ए-वारदात पर कुल चार लोग थे। सभी की अपनी अपनी भूमिका थी। सोनम को सेल्फी लेने के बहाने राजा को सेल्फी प्वॉइंट तक ले जाना था। सेल्फी प्वॉइंट पर पहुंचती ही उसे विशाल को इशारा करना था। इस इशारे के बाद ही विशाल को राजा पर हमला करना था।

विशाल तीनों कातिलों में वो कातिल था जिसे राजा पर पहला वार करना था। अगर राजा उसके काबू में नहीं आता तब बाकी दोनों कातिलों को आगे आना था। चार्जशीट के मुताबिक बाकी दो कातिलों को मौका ही नहीं मिला। क्योंकि सोनम के इशारा करते ही विशाल ने दाव (छोटी कुल्हाड़ी) से राजा के सिर पर पीछे की तरफ से एक के बाद एक दो वार किए। दूसरा किलर आकाश सेल्फी प्वॉइंट से कुछ दूरी पर ही बैठकर निगरानी कर रहा था, ताकि कोई वहां अचानक आ जाए तो वो आगाह कर सके। जबकि आनंद भी विशाल के करीब ही था। वो आनंद ही था जिसकी आईडी कार्ड पर सिम खरीदे गए थे। जबकि सोनम का प्रेमी राज कुशवाहा शिलांग से दूर इंदौर में बैठा लगातार सोनम को गाइड कर रहा था। इन पांचों के अलावा चार्जशीट में सबूत मिटाने और कातिलों की मदद करने के लिए तीन और लोगों को भी आरोपी बनाया गया है।

चार्जशीट के मुताबिक, इनमें से एक है लोकेंद्र तोमर, दूसरा बल्ला अहिरवार और तीसरा शिलोम जेम्स। ये तीनों वहीं हैं जिन्होंने इंदौर में कत्ल के बाद वापस लौटी सोनम को पनाह देने और जरूरी सबूतों को जलाने में मदद की थी। मेघालय पुलिस के मुताबिक इन तीनों को लेकर जल्द ही एक स्प्लीमेंट्री चार्जशीट भी दाखिल की जाएगी। 790 पन्नों की चार्जशीट में मेघालय पुलिस ने उन तमाम सबूतों का भी जिक्र किया है जो आरोपियों के खिलाफ हैं। इनमें कई सीसीटीवी कैमरों की तस्वीरें, मोबाइल की तस्वीरें, स्टे होम, किराए की स्कूटी और मोबाइल के कॉल डिटेल शामिल हैं। चार्जशीट में राजा के कत्ल की पूरी कहानी, कत्ल की साजिश की कहानी भी कलमबंद है। मेघालय पुलिस के मुताबिक, फरवरी 2024 में जैसे ही सोनम और राजा का रिश्ता तय हुआ तभी से सोनम ने साजिश बुननी शुरु कर दी थी।

सोमन राजा से शादी करना नहीं चाहती थी. पर घरवालों के खिलाफ भी नहीं जाना चाहती थी। उसे डर था कि शादी से इनकार करने पर दिल के मरीज उसके पापा को कुछ हो ना जाए। लिहाजा वो ऐसा रास्ता ढूंढ रही थी जिससे ये शादी ना हो पाए। राज के साथ मिलकर उसने जो पहली साजिश बुनी उसमें किसी का कत्ल नहीं होना था। इंदौर में ही एक नदी किनारे सोनम को अपनी स्कूटी पार्क करनी थी, अपना बैग आईडी वहीं छोड़ना था और गायब हो जाना था। ताकि घरवालों और दुनिया को ये लगे कि नदी में डूबने से उसकी मौत हो गई और लाश बहते हुए दूर चली गई। लेकिन इत्तेफाक से ये आइडिया काम नहीं कर पाया। तब नदी में पानी ही कम था। अब सोनम और राज ने फिर से साजिश बुननी शुरु की। इस बार की साजिश बेहद खतरनाक थी। लेकिन इस साजिश में भी राजा का कत्ल नहीं होना था।

प्लान ये था कि इंदौर के एक सुनसान इलाके में सोनम की स्कूटी में आग लग जाएगी। स्कूटी के पास से एक लड़की की लाश बरामद होगी बुरी तरह जली हुई। जिसकी शिनाख्त नामुमकिन हो। लाश वही कपड़े पहने होगी जो सोनम के हैं। पास में सोनम के ही आईडी कार्ड भी मिलेंगे। पर इस साजिश को अमल में लाने के लिए जरूरी था कि एक लड़की का कत्ल हो.। सोनम और राज ने सोनम की कद काठी वाली एक लड़की की काफी तलाश की। पर इस बार भी बात नहीं बनी और ये आइडिया भी फेल हो गया। ये प्लान फेल होने के बाद सोमन और राज ने फिर एक और साजिश बुनी। इस बार उनकी साजिश के तहत राजा रघुवंशी को मरना था। पर मौत ऐसी जो हादसा नजर आए. और यहीं से हनीमून किलिंग के आइडिया ने जन्म लिया। 20 मई को हनीमून के लिए सोनम और राजा इंदौर से गुवाहाटी पहुंचते हैं। तीनों कातिल एक दिन पहले ही गुवाहाटी पहुंच चुके थे और फिर राजा का मर्डर कर देते हैं।

Exit mobile version