Telangana factory blast: तेलंगाना के संगारेड्डी जिले में सोमवार को एक केमिकल फैक्ट्री में भीषण विस्फोट हो गया, जिसमें अब तक 8 मजदूरों की मौत हो चुकी है, जबकि 26 अन्य घायल हुए हैं। हादसे के समय फैक्ट्री में करीब 61 मजदूर काम कर रहे थे, जिनमें से कई अब भी मलबे में फंसे हुए हैं। फायर ब्रिगेड की 11 गाड़ियां मौके पर राहत-बचाव कार्य में जुटी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, तेलंगाना के नेता और विभिन्न राजनीतिक दलों ने घटना पर शोक व्यक्त किया है। विपक्ष ने घटना की गहन जांच और पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने की मांग की है। फैक्ट्री में सुरक्षा मानकों की अनदेखी को हादसे का संभावित कारण माना जा रहा है।
फैक्ट्री में मचा हाहाकार, राहत-बचाव अभियान तेज
Telangana के संगारेड्डी जिले के पटंचेरू के पास मैलाराम औद्योगिक क्षेत्र स्थित एक केमिकल फैक्ट्री की रिएक्टर यूनिट में हुए इस जोरदार धमाके ने पूरे इलाके में अफरा-तफरी मचा दी। विस्फोट के समय 61 मजदूर फैक्ट्री में काम कर रहे थे। अब तक 8 मजदूरों की मौत की पुष्टि हो चुकी है जबकि 26 लोग घायल हैं, जिनमें से कई की हालत गंभीर बनी हुई है। राहत और बचाव कार्य के लिए 11 फायर ब्रिगेड की गाड़ियां तैनात की गई हैं। जिला प्रशासन ने बताया कि अभी भी कुछ मजदूर अंदर फंसे हुए हैं और उन्हें सुरक्षित निकालने के प्रयास लगातार जारी हैं।
प्रधानमंत्री और राजनीतिक दलों ने जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर गहरा दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है। बीजेपी प्रवक्ता एनवी सुभाष ने भी पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए फैक्ट्री के लाइसेंस और सुरक्षा मानकों की गहन जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर लापरवाही पाई गई तो कंपनी प्रबंधन पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
विपक्ष और सत्ताधारी कांग्रेस की प्रतिक्रिया
Telangana कांग्रेस अध्यक्ष महेश कुमार गौड़ ने इस हादसे पर दुख जताते हुए कहा कि घायलों की हालत गंभीर है और उन्हें तुरंत उच्चस्तरीय इलाज मुहैया कराना चाहिए। तेलंगाना के पूर्व मंत्री और बीआरएस नेता टी हरीश राव ने मृतकों के परिवार को 1 करोड़ रुपये और घायलों को 50 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की है। बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामा राव ने भी घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए सरकार से हादसे की गहन जांच कराने और राज्य की सभी औद्योगिक इकाइयों का सुरक्षा ऑडिट अनिवार्य करने की अपील की है।
हादसे के कारणों की जांच जारी
फिलहाल हादसे के स्पष्ट कारणों का पता नहीं चल सका है। हालांकि, प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक, फैक्ट्री में सुरक्षा मानकों की अनदेखी और कुशल श्रमिकों की कमी इस विस्फोट का मुख्य कारण हो सकती है। पुलिस, दमकल विभाग और प्रशासन की टीमें मौके पर जांच कर रही हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि फैक्ट्री में पहले भी कई बार लापरवाही देखी गई थी, लेकिन इस स्तर की घटना ने सभी को हिला कर रख दिया है। प्रशासन ने जल्द से जल्द बचाव कार्य पूरा करने और विस्तृत जांच रिपोर्ट पेश करने का आश्वासन दिया है।