Udaipur rape case: राजस्थान के विश्वप्रसिद्ध पर्यटन स्थल उदयपुर में 23 जून 2025 को एक फ्रांसीसी महिला पर्यटक के साथ कथित बलात्कार की घटना ने देशभर में सनसनी फैला दी है। यह घटना उस समय हुई जब 30 वर्षीय विदेशी महिला एक स्थानीय कैफे में आयोजित पार्टी में शामिल हुई थी। आरोपी युवक ने महिला को बहला-फुसलाकर अपने किराए के फ्लैट में ले जाकर वारदात को अंजाम दिया। इस मामले ने भारत में विदेशी महिला पर्यटकों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, लेकिन आरोपी अभी फरार है। इस घटना को लेकर सोशल मीडिया, राजनीतिक गलियारों और पर्यटन जगत में तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।
घटना का पूरा विवरण
Udaipur पुलिस के अनुसार, पीड़िता 22 जून को दिल्ली से उदयपुर पहुंची थी और 23 जून की रात ‘द ग्रीक फार्म कैफे एंड रेस्टो’ में एक पार्टी में शामिल हुई थी। यहीं उसकी मुलाकात 28 वर्षीय पुष्पराज उर्फ सिद्धार्थ से हुई, जो एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी में कार्यरत है। पुलिस का कहना है कि आरोपी ने महिला को “सुंदर दृश्य दिखाने” और “फोन चार्ज करने” का बहाना बनाकर अपने किराए के फ्लैट में बुलाया और वहां उसके साथ कथित बलात्कार किया। घटना के बाद महिला ने तुरंत स्थानीय बडगांव पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। मेडिकल जांच के बाद महिला को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
Udaipur के पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल ने बताया कि घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तेजी से कार्रवाई शुरू कर दी है। बडगांव थाना प्रभारी पूरन सिंह राजपुरोहित ने कहा कि आरोपी के खिलाफ बलात्कार की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है और उसकी तलाश के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। पुलिस ने घटनास्थल से सबूत इकट्ठा कर जांच आगे बढ़ा दी है। हालांकि, घटना के 24 घंटे बाद भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है, जिससे स्थानीय लोगों में आक्रोश है।
सामाजिक और राजनीतिक प्रतिक्रिया
इस घटना ने सोशल मीडिया पर बहस को तेज कर दिया है। X (पूर्व में ट्विटर) पर कई यूजर्स ने भारत में महिलाओं, खासकर विदेशी महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है। कई पोस्ट्स में अमेरिका और अन्य देशों की भारत यात्रा सलाहों का हवाला देते हुए कहा गया कि भारत महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं है। कांग्रेस पार्टी ने घटना की निंदा करते हुए राज्य सरकार से तत्काल सख्त कार्रवाई की मांग की है। वहीं, पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों ने कहा कि इस प्रकार की घटनाएं भारत की “अतिथि देवो भवः” संस्कृति को ठेस पहुंचाती हैं और पर्यटन उद्योग को नुकसान पहुंचाती हैं।
व्यापक संदर्भ और भविष्य की चुनौतियां
यह घटना भारत में विदेशी महिला पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर पहले से मौजूद चिंताओं को और गहरा करती है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में हर साल हजारों बलात्कार के मामले दर्ज होते हैं, जिनमें से कुछ घटनाएं विदेशी नागरिकों के साथ भी होती हैं। उदयपुर जैसे अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था की खामियां सामने आई हैं। हालांकि, पर्यटक पुलिस और हेल्पलाइन जैसी व्यवस्थाएं कागजों में मौजूद हैं, लेकिन इनका ज़मीन पर असर बहुत सीमित दिखता है। सरकार को न केवल कड़े कानून लागू करने, बल्कि इनका प्रभावी क्रियान्वयन भी सुनिश्चित करना होगा।
Udaipur की यह घटना भारत के पर्यटन क्षेत्र और महिला सुरक्षा व्यवस्था के लिए एक गहरी चेतावनी है। सरकार को न केवल इस मामले में त्वरित और कठोर कार्रवाई करनी चाहिए, बल्कि देशभर में विदेशी पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस रणनीति भी तैयार करनी होगी। जब तक पर्यटकों को सुरक्षित वातावरण नहीं मिलेगा, भारत की अंतरराष्ट्रीय पर्यटन छवि पर ऐसे मामलों का नकारात्मक असर पड़ता रहेगा।