Srinagar Vande Bharat : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने श्रीनगर के लिए चलने वाली वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर इसकी शुरुआत कर दी है। 7 जून से कटरा-श्रीनगर वंदे भारत ट्रेन यात्रियों के लिए शुरू हो गई है। अब इस ट्रेन में टिकट बुक कर आप कश्मीर की मनमोहक खूबसूरती का ट्रेन से आनंद ले सकते हैं। महज तीन घंटे में आप कटरा से श्रीनगर पहुंच जाएंगे। कश्मीर जैसे संवेदनशील इलाके में यात्रा के दौरान सुरक्षा को लेकर यदि कोई चिंता है तो उसे भूल जाइए, क्योंकि इस ट्रेन को उच्चतम स्तर की सुरक्षा के साथ चलाया जाएगा।
श्रीनगर जाने वाली वंदे भारत ट्रेन की सुरक्षा को लेकर रेलवे ने विशेष प्रबंध किए हैं। इस ट्रेन को अभेद्य सुरक्षा कवच के तहत रखा गया है। ट्रेन में सुरक्षा के लिए हथियारबंद कमांडो तैनात किए गए हैं। रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के विशेष CORAS कमांडो को उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेलवे मार्ग पर वंदे भारत ट्रेन की सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई है। प्रत्येक वंदे भारत ट्रेन में 15 से 20 कमांडो और एक पर्यवेक्षक मौजूद रहेंगे, जिनके पास AK-47 और अन्य आधुनिक हथियार होंगे।
टनलों और मार्ग की सख्त निगरानी
सिर्फ ट्रेन ही नहीं, पूरे रास्ते की सुरक्षा को भी बेहद कड़ा बनाया गया है। प्रत्येक सुरंग (टनल) के दोनों सिरों पर 24 घंटे हथियारबंद जवान तैनात रहेंगे। टनलों के अंदर और बाहर सीसीटीवी कैमरों के जरिए सतत निगरानी की जाएगी। कटरा से श्रीनगर तक कोई भी ट्रेन बिना कमांडो के नहीं चलेगी। सुरक्षा कारणों से वंदे भारत ट्रेन केवल दिन में ही संचालित होगी, रात में ट्रेन सेवा बंद रहेगी। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, यह पहली बार है जब CORAS कमांडो को ट्रेन सुरक्षा के लिए लगाया गया है। खास तौर पर नक्सली या उग्रवादी गतिविधियों वाले हाई रिस्क इलाकों में सुरक्षा को ध्यान में रखकर यह कदम उठाया गया है।
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सख्त सुरक्षा जांच के बाद ही मिलेगी ट्रेन में प्रवेश
कश्मीर के लिए रवाना होने वाली वंदे भारत ट्रेन में यात्रियों और उनके सामान की सुरक्षा जांच को लेकर कड़े प्रबंध किए गए हैं। ट्रेन के साथ-साथ मार्ग के महत्वपूर्ण स्थलों जैसे टनल, चिनाब और अंजी ब्रिज की भी सुरक्षा सख्त की गई है। ट्रेन में बैठने से पहले यात्रियों की पहचान पत्र की जांच और उनके सामान की एक्स-रे स्कैनिंग होगी। कटरा रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 1 से चलने वाली इस ट्रेन में चढ़ने से पहले सभी यात्रियों को पूरी सुरक्षा जांच से गुजरना होगा। सुरक्षा जांच पूरी होने के बाद ही यात्रियों को ट्रेन में चढ़ने की अनुमति दी जाएगी।