Wedding Season 2024: हिंदू धर्म में शादियां के लिए शुभ और अशुभ मुहूर्त का ख़ास ध्यान रखा जाता है यहाँ शादियाँ शुभ मुहूर्त देखकर संपन्न की जाती हैं. कहते हैं कि अगर अशुभ मुहूर्त (wedding season) में किसी का विवाह संपन्न हो जाए तो फिर उस रिश्ते में जिंदगीभर परेशानियां ही रहती हैं.और वो कभी सूखी पारिवारिक जीवन नहीं जी पाता.
यही वजह है कि शादी की तारीख तय करने से पहले ज्योतिषी से मिलकर शादी के शुभ मुहूर्त ढूंढे जाते हैं. हर साल देवउठनी एकादशी के साथ इन शुभ मुहूर्तों का सिलसिला शुरू हो जाता है. इस बार देवउठनी एकादशी 12 नवंबर को है. इस दिन भगवान विष्णु 4 महीने के लंबे शयन के बाद निद्रा से जागेंगे.
पहले से है सब तैयारी
पंडितों की माने तो इस साल देवउठनी एकादशी जो की 12 नवम्बर को है उस दिन सबसे ज्यादा शादियां होने जा रही हैं. इसके चलते बैंक्वेट हॉल, कम्युनिटी सेंटर, मैरिज हॉल, पार्क, बैंड बाजे और कैटरर्स से लेकर तमाम लोग बुक हो चुके हैं. ऐसे में 12 नवंबर को लोगों को शाम के वक्त सड़कों पर जाम की स्थिति भी देखने को मिल सकती है. एक अनुमान के मुताबिक इस दिन करीब 30 हजार से 40 हजार तक शादियां हो सकती हैं.
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12 नवंबर को क्या है ख़ास
ज्योतिषों कहना है कि 12 नवंबर को देवउठनी ग्यारस है माना जाता है के जिन लोगों के विवाह का शुभ मुहूर्त नहीं मिल रहा होता है, वे देवउठनी ग्यारस पर शादी कर सकते हैं. यह दिन शादी के लिए बहुत शुभ माना जाता है और दिन विवाह के लिए किसी ख़ास मुहूर्त या पूजा की जरूरत नहीं होती है. यही वजह है कि इस तारीख पर सबसे ज्यादा शादियां होती हैं.
मांगलिक लोगो के लिये शुभ है ये दिन
ज्योतिषियों के मुताबिक ये दिन माँगलिको के लिये भी शुभ है हिंदू धर्म के विद्वानों के मुताबिक मांगलिक जोड़े अपने ग्रहों की स्थिति और कुंडली दोष के बावजूद भी इस शुभ दिन पर विवाह कर सकते हैं. ऐसा करने से उन्हें किसी प्रकार का मांगलिक दोष भी नहीं लगता है.और उनका जीवन सुख शांति से बीतेगा।