Mehul Choksi: भगोड़ा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी, जो पंजाब नेशनल बैंक (PNB) के 14,000 करोड़ रुपये के घोटाले का मुख्य आरोपी है, को बेल्जियम में गिरफ्तार कर लिया गया है। भारतीय जांच एजेंसियों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार यह कार्रवाई भारत सरकार की प्रत्यर्पण अपील के बाद की गई है। चोकसी की गिरफ्तारी के बाद उसे भारत लाने की कोशिशें तेज हो गई हैं।
बेल्जियम में कसा शिकंजा
सूत्रों के मुताबिक चोकसी को शनिवार, 12 अप्रैल 2025 को बेल्जियम पुलिस ने हिरासत में लिया। वह अपनी पत्नी प्रीति चोकसी, जो बेल्जियम की नागरिक हैं, के साथ एंटवर्प में रह रहा था। चोकसी (Mehul Choksi) ने 15 नवंबर 2023 को बेल्जियम में ‘एफ रेजीडेंसी कार्ड’ हासिल किया था लेकिन इसके लिए उसने गलत जानकारी दी थी। उसने अपनी भारतीय और एंटीगुआ की नागरिकता को छुपाया था। भारतीय एजेंसियों ने इंटरपोल रेड नोटिस हटने के बाद भी प्रत्यर्पण के लिए दबाव बनाए रखा जिसके परिणामस्वरूप यह गिरफ्तारी संभव हो सकी।
क्या है पीएनबी घोटाला?
पंजाब नेशनल बैंक घोटाला जो 2018 में सामने आया भारत के सबसे बड़े बैंकिंग घोटालों में से एक है। मेहुल चोकसी और उनके भांजे नीरव मोदी पर आरोप है कि उन्होंने अपनी कंपनियों.. गीतांजलि जेम्स, डायमंड आर यूएस, सोलर एक्सपोर्ट्स और स्टेलर डायमंड्स के जरिए पीएनबी से 13,850 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी की। यह घोटाला 2014 से 2017 के बीच मुंबई की ब्रैडी हाउस शाखा में हुआ जहां बैंक अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर धोखाधड़ी से लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (LOU) और विदेशी ऋण पत्र (FLC) जारी किए गए। इनका इस्तेमाल विदेशी बैंकों से क्रेडिट हासिल करने के लिए किया गया जिसका भुगतान नहीं हुआ।
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सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने इस मामले में चोकसी के खिलाफ कई आरोप पत्र दायर किए हैं। जांच में गीतांजलि समूह के बैंकिंग प्रमुख विपुल चितालिया, वित्त टीम के सदस्य दीपक कुलकर्णी और पीएनबी के पूर्व मुख्य प्रबंधक गोकुलनाथ शेट्टी के बयानों ने साजिश को उजागर करने में अहम भूमिका निभाई। इनके सबूतों से पता चला कि यह धोखाधड़ी सुनियोजित थी और इसका मकसद बैंक को नुकसान पहुंचाना था।
चोकसी का भारत से पलायन
मेहुल चोकसी ने 2017 में एंटीगुआ और बारबुडा की नागरिकता निवेश कार्यक्रम के तहत हासिल की थी। जनवरी 2018 में, जब पीएनबी घोटाला सार्वजनिक होने वाला था, वह भारत छोड़कर पहले अमेरिका और फिर एंटीगुआ भाग गया। 2021 में वह एंटीगुआ से गायब हो गया और बाद में डोमिनिका में पकड़ा गया जहां उसने दावा किया कि उसका अपहरण हुआ था। हालांकि डोमिनिका ने उसे वापस एंटीगुआ भेज दिया। 2024 में वह कथित तौर पर कैंसर के इलाज के लिए बेल्जियम पहुंचा जहां उसने स्विट्जरलैंड भागने की योजना बनाई थी। लेकिन भारतीय एजेंसियों की तत्परता ने उसकी योजना पर पानी फेर दिया
सरकार का सख्त रुख
केंद्र सरकार ने इस गिरफ्तारी को भगोड़े आर्थिक अपराधियों के खिलाफ अपनी जीरो टॉलरेंस नीति का हिस्सा बताया। केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि गरीबों का पैसा लूटने वालों को वापस लाया जाएगा। मेहुल चोकसी की गिरफ्तारी इस दिशा में एक बड़ा कदम है।
कौन है मेहुल चोकसी?
65 वर्षीय मेहुल चोकसी (Mehul Choksi) गीतांजलि ग्रुप का मालिक रहा है, जिसके भारत में 4,000 से ज्यादा ज्वेलरी स्टोर थे। वह नीरव मोदी का मामा है और पीएनबी घोटाले का मुख्य साजिशकर्ता माना जाता है। चोकसी ने 1975 में हीरे और ज्वेलरी के कारोबार में कदम रखा था और 1985 में अपने पिता से गीतांजलि जेम्स की कमान संभाली थी