नई दिल्ली। अविश्वास प्रस्ताव के आखिरी एवं तीसरे दिन प्रधानमंत्री मोदी ने हिंसांग्रस्त पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर पर अपनी बात रखी. लोकसभा में दिए अपने भाषण में पीएम मोदी ने संसद की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस और INDIA एलाइंस के दलों पर जमकर निशाना साधा. प्रधानमंत्री मोदी के भाषण के दौरान विपक्षी गठबंधन एलाइंस इंडिया के सांसदों ने सदन का वाकआउट किया.
विपक्षी सांसद सुनने को तैयार नहीं
लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि विपक्षी सांसद बोल रहे हैं कि मोदी मणिपुर पर नहीं बोल रहे हैं. लोकतंत्र पर जिनका भरोसा नहीं होता, वो सिर्फ सुनाने को तैयार होते हैं, लेकिन सुनने को तैयार नहीं होते हैं. ये लोग झूठ फैलाकर भाग जाते हैं.
विपक्ष का इरादा चर्चा का नहीं
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अगर विपक्ष गृह मंत्री अमित शाह की चर्चा पर सहमति जताई होती थी, आज मणिपुर पर लंबी चर्चा हो सकती थी, विपक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव पर सभी चीजों पर अपनी बात रखी, अब हमारा फर्ज बनता है कि इन सभी के बारे में बताएं. गृहमंत्री ने पत्र लिख कर बताया था कि विपक्ष का इरादा चर्चा का नहीं था. इनके पेट में दर्द था और ये लोग सिर फोड़ रहे थे. विपक्ष को राजनीति के अलावा और कुछ नहीं करना है.
मणिपुर में शांति का सूरज उगेगा
बता दें कि मणिपुर पर बोलते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि, ‘ पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर को लेकर कोर्ट का फैसला आया था. पक्ष-विपक्ष में परिस्थितियां बनी और हिंसा का दौर शुरु हुआ. मणिपुर में कई लोग अपने लोगों को खोया, महिलाओं के साथ अपराध हुआ. अब हिंसा के दोषियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए मणिपुर सरकार काम कर रही है. देश भरोसा बनाए रखे, जल्दी ही मणिपुर में शांति का सूरज उगेगा. मणिपुर के लोगों को भी बताना जाता हूं कि पूरा देश आपके साथ है, हम आपके साथ हैं. ‘