Why do we see dreams while sleeping जब भी हम सोते हैं, तो हमारे दिमाग में कुछ न कुछ चलता रहता है। कभी हम खुद को किसी अनजाने शहर में घूमते हुए देखते हैं, तो कभी ऐसा भी लगता है जैसे हम उड़ रहे हों या फिर किसी से बातें कर रहे हों, जो हकीकत में मुमकिन ही नहीं होती। यही सब चीजें हमारे सपने होते हैं।
ज्यादातर लोग नींद में सपना जरूर देखते हैं, चाहे रात का वक्त हो या दोपहर की झपकी हो। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये सपने आते क्यों हैं? क्या दिमाग खुद ही इन तस्वीरों को बनाता है? और अगर बनाता है, तो क्यों? चलिए जानते हैं इसके पीछे की वजह।
सपने क्या होते हैं?
Dreams वो ख्याल होते हैं जो हमें सोते समय नजर आते हैं। ये विचार, भावनाएं, तस्वीरें और कभी-कभी पूरी कहानी की तरह होते हैं। यह सब हमारे दिमाग में चलता है, जब हमारा शरीर आराम कर रहा होता है।
सपने कब आते हैं?
वैज्ञानिकों के मुताबिक, जब हम गहरी नींद के एक खास दौर में होते हैं, जिसे ‘REM Sleep’ कहते हैं, तब सबसे ज्यादा सपने आते हैं। इस वक्त हमारी आंखें तेजी से हिलती हैं और दिमाग काफी एक्टिव हो जाता है, जबकि शरीर पूरी तरह आराम की स्थिति में होता है।
सपने क्यों आते हैं?
इस बारे में अलग-अलग विशेषज्ञों की अपनी राय है। कुछ का मानना है कि सपने हमारी सोच और यादों को समझने और सहेजने का तरीका होते हैं। जब दिनभर में हम बहुत कुछ सोचते या महसूस करते हैं, तो दिमाग उन बातों को सपनों के जरिए दोबारा सामने लाता है। वहीं, कुछ मनोवैज्ञानिक कहते हैं कि सपनों का रिश्ता हमारी इच्छाओं और डर से होता है। जो बातें हम जागते हुए नहीं कह पाते या सोच नहीं पाते, वो नींद में सपनों के रूप में सामने आती हैं।
सपने में क्यों दिखते हैं अजीब चीजें?
कभी-कभी हम सपने में ऐसी जगह या हालात देखते हैं, जो हकीकत से बिलकुल अलग होते हैं। इसका कारण यह है कि नींद के दौरान हमारा दिमाग कल्पना में ज्यादा सक्रिय होता है और तर्क की भावना कम हो जाती है। इसलिए सब कुछ अजीब-सा लगता है।
क्या हर सपना कुछ मतलब रखता है?
हर सपना जरूरी नहीं कि कोई खास संदेश देता हो। लेकिन कुछ सपने हमारी मन की स्थिति, तनाव या भावनाओं को दिखा सकते हैं। कुछ लोग मानते हैं कि सपनों का मतलब होता है, तो कुछ इसे सिर्फ एक मानसिक प्रक्रिया मानते हैं।