अब एक और पत्नी ने बिजली का करंट देकर पति को मार डाला, फिर बेवफा बीवी ने देवर के साथ मनाई सुहागरात

नई दिल्ली में एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है, यहां देवर के प्यार में पागल पत्नी ने अपने पति की करंट के जरिए हत्या कर दी।

नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। मुस्कान, इंदौर के राजा की रानी के बाद एक और बेवफा बीवी ने प्यार के कारण अपने हा सुहाग उजाड़ डाला। ये कातिल पत्नी दिल्ली के उत्तम नगर थाना क्षेत्र की रहने वाली है। यहां वह अपने पति के साथ रहती थी। शादी के बाद कुछ सालों के बाद उसका दिल अपने देवर पर आ गया। दोनों एक-दूसरे से प्यार करने लगे। लव स्टोरी को सक्सेसफुल बनाने के लिए भाभी ने देवर के साथ मिलकर पति के मर्डर का प्लान बनाया। पत्नी ने पति के खाने में पहले नींद की काफी मात्रा में गोलियां मिला दीं। बाद में जब वह बेसुध हो गया तब देवर के साथ मिलकर करंट के झटके दे उसे मौत की गहरी नींद सुला दी। लोगों को हत्या का पता न चले, इसके लिए हत्या को दुर्घटना का रूप देते हुए इसे करंट लगने से मौत बताया।

दिल्ली के उत्तम नगर थानाक्षेत्र स्थित ओम विहार फेस-1 में करण अपनी पत्नी सुष्मिता देव और 6 साल के बेटे के साथ रहते थे। करण एक निजी कंपनी में जॉब करते थे। करण की शादी वर्ष 2014 में हुई थी। पिछले दो वर्ष से करण अपने माता पिता से अलग पुराने घर के पास ही रह रहे थे। पुराने घर में करण के पिता कृष्ण देव, मां नीरू देव और छोटा भाई कुणाल रहते हैं। करण का चचेरा भाई राहुल भी पास में ही रहता था। राहुल अक्सर करण के घर आता था। करण की पत्नी सुष्मिता और राहुल के बीच दोस्ती हो गई, जो बाद में प्यार में बदल गई। सुष्मिता हरहाल में राहुल के साथ शादी करना चाह रही थी। इसी के चलते उसने अपने देवर राहुल के साथ पति की हत्या का प्लान बनाया। पत्नी ने पति को नींद की गोलियां खिलाई फिर बिजली के करंट से उसकी बेहरमी से हत्या कर दी। पति की मौत को पत्नी ने एक हादसा बताया। लेकिन एक चैट ने इनकी साजिश से पर्दा उठा दिया।

करण के भाई कुणाल ने मीडिया को बताया कि रविवार को सुष्मिता सुबह करीब साढ़े नौ बजे पुराने घर आई और सभी को बताया कि करण उठ नहीं रहे हैं। उन्हें कुछ हो गया है। काफी उठाने की कोशिश के बाद भी वे कोई हरकत नहीं कर रहे हैं। सुष्मिता द्वारा बताए जाने पर सभी घरवाले करण के घर पहुंचे। वहां सभी ने देखा कि करण बेड पर अचेत पड़े हैं। हमने तत्कान करण को नजदीक स्थित अस्पताल लेकर गए। जहां डॉक्टर्स ने करण को मृत घोषित कर दिया। अस्पताल के करण को मृत घोषित करने तक किसी को किसी पर कोई संदेह नहीं था। संदेह तब होना शुरू हुआ, जब अस्पताल में डॉक्टर्स ने इस मौत को अप्राकृतिक पाया। उन्होंने सवाल उठाया कि करण की अंगुली व छाती में सेलोटेप के निशान हैं, वह कैसे लगे। करण के मुंह से झाग भी निकल रहा था, वह कैसे आया। डॉक्टर्स को करण की मौत में संदेह हुआ और उन्होंने पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए कार्रवाई शुरू की।

करण के भाई कुणाल ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम नहीं हो, इसे लेकर सबसे अधिक जोर सुष्मिता व राहुल का था। राहुल कहता था कि वह अपने प्यारे भाई के शव पर एक भी चीरा नहीं लगने देगा। उसका साथ सुष्मिता भी देती रही। अंत में शव का पोस्टमार्टम किया गया। कुणाल ने बताया कि सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद जब शव घर लाया गया, तब घर में मची चीख पुकार के बीच राहुल ने अपना मोबाइल फोन अपने किसी जानकार को दे दिया ताकि वह एम्बुलेंस से शव को निकालकर घर के सामने जरुरी धार्मिक कर्म के लिए रख सके। राहुल के जानने वाला ने यह सोचते हुए कि यह फोन कुणाल के पास सुरक्षित रहेगा, उसे दे दिया। कुणाल बताते हैं कि मोबाइल का लॉक खुला था। तब तक उनका कोई शक किसी पर नहीं था। सहसा उनकी नजर सुष्मिता के नंबर पर पड़ी। उन्होंने चैट पढ़ना शुरु किया, तब उनके पैरों तले जमीन खिसकनी शुरू हुई। चैट से साफ साफ जाहिर था कि मामला हत्या का है।

कुणाल बताते हैं कि चैट में सुष्मिता व राहुल के बीच जो बातें हुई हैं, उसमें इस पूरी घटना का सिलसिलेबार ब्यौरा मौजूद है। पूरी योजना के तहत सुष्मिता ने पहले दही में नींद की कुछ गोलियां दीं। लेकिन बात नहीं बनीं। यह बात सुष्मिता ने राहुल को बताई। तब तय हुआ कि खाने में नींद की गोलियां दी जाएंगी। तब करीब 15 गोलियां दी गईं। तब भी बात जब नहीं बनीं तब बिजली के झटके देने का फैसला इन्होंने किया। झटके कैसे देना है, इसे लेकर राहुल सुष्मिता को बताता रहा कि कैसे हाथ बांधना है। सेलोटेप लगाना है। बातों ही बातों में इन्होंने यह भी तय कर लिया कि लोग जब पूछेंगे तब क्या कहना है। एक समय ऐसा भी आया जब सुष्मिता को लगा कि करण नहीं मरेगा, तब उसने उसे वीडियो कॉल कर करण की हालत दिखाई। इधर राहुल समय समय पर गली के चक्कर लगाता रहा। बीच-बीच में तय किया गया कि बिजली के झटके देने से पहले कुछ देर तक इंतजार किया जाए। क्या पता करण की मौत हो जाए, लेकिन जब सुष्मिता ने पाया कि करण की सांसें चल रही हैं, तब करण को बिजली का झटका दिया गया।

सुष्मिता अपने पति करण की जान लेने के बाद उसके बगल में कुछ देर बैठी रही फिर सो गई। छह साल का बेटा अपनी दादी के यहां था तो सुष्मिता का काम और आसान हो गया। यह खुलासा पुलिस पूछताछ में उसने किया है। पुलिस ने सुष्मिता ने बताया कि वह राहुल से प्यार करती थी। राहुल के साथ शादी करना चाह रही थी। करवाचौथ के दिन पति के साथ विवाद हुआ। पति ने मुझे पीटा। तभी मैंने ठान लिया था कि अब पति को रास्ते से हटाकर ही दम लूंगी। पति की हत्या के बाद मैंने देवर राहुल के साथ सुहागरात भी बनाई। पति की डेडबॉडी के पास ही मैं और राहुल सोए। द्वारका जिला पुलिस उपायुक्त अंकित सिंह ने बताया कि पुलिस ने सुष्मिता और राहुल देव पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। बाकी लोगों की भूमिका की जांच की जा रही है। प्रेम प्रसंग की वजह से इन लोगों ने करण की हत्या की। मामले की छानबीन जारी है।

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