समाजवादी नेता आजम खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं,जहां एक तरफ आजम खान मुकदमों की लंबी फेहरिस्त के मकड़जाल में फंसे हैं। वहीं दूसरी तरफ रामपुर नवाब खानदान से नवाब काजिम अली खान ने आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम पर रामपुर के पूर्व नवाब हामिद अली ख़ान की स्टैचू तोड़ने का आरोप लगाया है। आपको बतादें यह स्टैचू NH 24 पर सीआरपीएफ रेलवे क्रॉसिंग के सामने एक पार्क में लगी है। इस स्थान को फोटो चुंगी भी कहा जाता है, क्योंकि यहां पर रामपुर के पूर्व शासक नवाब हामिद अली ख़ान की एक पत्थर की बनी मास्टर पीस प्रतिमा खड़ी है। जिसमें अब स्टेचू के कई पार्ट्स डैमेज हैं।
पहले भी लगे है आजम पर आरोप
नवाब काजिम ने बताया की उनके दादा की स्टैचू के नाक,कान,आंखें और सर के मुकुट का भाग एंव नवाब की हाथ की तलवार सभी क्षतिग्रस्त है। नवाब हामिद अली ख़ान के पोते नवाब काजिम अली खान ने आजम खान और उनके बेटे विधायक अब्दुल्ला आजम और सपा के लोगों पर प्रतिमा को खंडित करने का अंदेशा जताया है। उन्होंने कहा 10 साल पहले सपा शासनकाल में भी आजम खान ने नवाबों की संपत्ति को हानि पहुंचाई थी उनकी इमारतें, महलों और बनवाए गए गेटों को तुड़वाने की कोशिश आजम खान की और उन्हे तुड़वाया था। दो-तीन दिन पहले फिर इनके गुंडों ने यह काम किया है। जाहिर सी बात है आजम खान उनका बेटा अब्दुल्ला आजम और उनके जितने गुंडे हैं। सपा के गुंडे हैं उन्होंने यह काम किया है, क्योंकि आजम खान की राजनीति दशको से नवाबों के खिलाफ रही है। इसके साथ ही उन्होंने बताया थाना सिविल लाइंस में अज्ञात के खिलाफ तहरीर दी है पुलिस अपनी तफ्तीश में मालूम करेगी कि असल क्या हुआ है,लेकिन मैं चाहता हूं इन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो।
90 साल पुरानी है नवाब का स्टैचू
नवाब काजिम अली खान उर्फ नावेद मियां ने कहा फोटो चुंगी पर नवाब हामिद अली खान कि एक स्टैचू लगाया गया था नवाब हामिद अली खान रामपुर के नवाब थे, मेरे परदादा थे। उनकी डेथ 1930 में हुई और वर्ष 1932 में हमारे दादा ने यह स्टेचू लगवाया था पत्थर का बना हुआ है। लगभग 90 साल हो गए यह गवर्नमेंट की प्रॉपर्टी है, यह जगह जहां पर इसकी स्थापना हुई वह जगह सरकारी है। प्रशासन के अंडर में है और 10 साल पहले भी जब आजम खान समाजवादी सरकार थी उसमें भी उसके गुंडों ने उसको तोड़ने की कोशिश की थी फिर उसकी मरम्मत करा दी गई लेकिन उसमें कोई एक्शन नहीं लिया गया क्योंकि उस समय सपा सरकार थी अब दो-तीन दिन पहले फिर इनके गुंडों ने यह काम किया है और यह जाहिर सी बात है कि आज़म उसका बेटा अब्दुल्ला और उनके जितने गुंडे हैं उन्होंने सपा के गुंडे हैं उन्होंने यह काम किया है क्योंकि आज़म सालों से उसकी राजनीति ही नवाबों के खिलाफ रही है नवाबों की बनी हुई कोई भी इमारत गेट दीवारें प्रतिमाएं हर चीज को तोड़ने की पूरी कोशिश की गई और तोड़े भी गए हैं नवाब गेट तोप खाना गेट शाहबाद गेट इसने तोड़ा यहां तक के रामपुर के किले को तोड़ने का भी लेटर कलेक्टर को उस समय में लिखा था और रामपुर रजा लाइब्रेरी की बिल्डिंग जो नवाब हामिद अली ख़ान की खुद की बनवाई हुई थी जिसका नाम हामिद मंजिल है। वह भी तोड़ने के लिए शासन को लेटर लिखा था और जिन चीजों को जिन महलों को जिन भवनों को यह तोड़ नहीं पाया उन पर कब्जा कर लिया जैसे मुर्तजा स्कूल जैसे और स्कूल हैं मदरसा आलिया की किताबें चोरी करके अपने यूनिवर्सिटी ले गया और यहां तक कि नूर महल की दीवार तोड़ने के लिए उस समय यहां के नगर पालिका चेयरमैन को उसने कहा था लेकिन यह तोड़ने पाए क्योंकि हमने उस पर लीगल एक्शन लिया।
पुलिस को दी गई तहरीर के संबंध में बताते हुए नवाब काजिम अली खान ने बताया मेन तो इनका नेता जो गुंडों का नेता है आजम और उसका बेटा इन्होंने खुद किया है या इन्होंने अपने लोगों से करवाया है इसकी जांच पुलिस करेगी और इसमें इन दोनों का हाथ है क्योंकि इनकी राजनीति ही नवाबों के खिलाफ है। नवाबों को नुकसान पहुंचाने के लिए नाम इतिहास से मिटाने के लिए यह सब इसकी राजनीति है। इसमें इसका हाथ है क्योंकि 10 साल पहले भी इन लोगों ने यही किया था। तहरीर में हमने अज्ञात लिख दिया है पुलिस अपनी तफ्तीश में मालूम करेगी कि क्या हुआ है लेकिन मैं चाहता हूं कि इन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो। इससे जो हौसले इनके बड़े हुए हैं कि जो दिल चाहे यह लोग कर सकते हैं। जैसे रामपुर को बर्बाद कर दिया मैं नहीं चाहता हूं कि दोबारा ऐसी नौबत आए ।