मुंबई क्रूज ड्रग्स मामले में बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख़ ख़ान के बेटे आर्यन खान को टारगेट किया गया था। लेकिन अब इस मामले में एनसीबी अधिकारियों के काम पर सवाल उठाए जा रहे है। दरअसल मुंबई नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो यानी एनसीबी अधिकारियों ने मामले की जांच के लिए टीम का गठन किया गया था। अब विजिलेंस कमेटी की रिपोर्ट एक पेश की गई है। इस रिपोर्ट में एनसीबी के कई अधिकारियों के काम करने के तरीकों पर सवाल उठाया गया है। इसमें 7-8 अधिकारियों के नाम है। अब ये रिपोर्ट एनसीबी के दिल्ली मुख्यालय को भेजी दी गई है। इस रिपोर्ट में आर्यन खान ड्रग्स केस की जांच के दौरान की गई की गलतियां बताई गई है।
एनसीबी ने रिपोर्ट में क्या कहा
लेकिन अब इन अधिकारियों पर एक्शन की शुरुआत हो गई है। दरअसल अब एनसीबी की विशेष जांच टीम ने आर्यन खान से जुड़े ड्रग्स मामले में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। मिली जानकारी के मुताबिक एनसीबी ने रिपोर्ट में कहा है कि इस मामले में सही तरीके से जांच नहीं की गई है। जिन अधिकारियों ने इस मामले में जांच की थी वे आज भी काम कर रहे हैं। एनसीबी ने रिपोर्ट में दावा करते हुए कहा है कि आर्यन खान से जुड़े ड्रग्स मामले की जांच में कई तरह के सामान्य नियमों को भी पालन नहीं किया गया है। इस पूरे मामले में सात-आठ अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध दिखाई दी है।
बार-बार बयान बदल कर किया गुमराह
आपको बता दें कि आर्यन खान मामले में 65 लोगों के चार बार स्टेटमेंट रिकॉर्ड किए गए है। क्योंकि ये लोग अपने बयानों को बार-बार बदल रहे थे। यही नहीं अन्य गुनाहों के जांच के तरीके को देखें तो इस मामले की जांच के तरीके में साफ फर्क नजर आया है। एनसीबी के दिल्ली मुख्यालय को इन सबकी रिपोर्ट भेज दी है। शिकायतकर्ता के जवाब बदलने की वजह से मामले में पैसे के लेन-देन को लेकर आरोपों की जांच पूरी नहीं हो पाई है। लेकिन इस जांच से ये साफ हो गया है कि आर्यन खान को जानबूझ कर टारगेट किया गया है। सबूत ना होने के बावजूद भी कार्रवाई को अंजाम दिया गया। हालांकि आर्यन खान ड्रग्स मामले में जिन अधिकारियों की जांच पर सवाल खड़े हुए है उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की शुरुआत हो चुकी है।
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