नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) इन दिनों मुंबई के दौरे पर हैं। आज यानि 5 जनवरी को उनके मुंबई दौरे का दूसरा दिन है। आपकी जानकारी के लिए बता दें, अगले महीने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया जाना है लेकिन मुख्यमंत्री योगी इस इन्वेस्टर्स समिट से पहले ही UP में इन्वेस्टमेंट की संभावनाओं को लेकर उद्योगपतियों से मिल रहे हैं।
इतना ही नहीं मुंबई के अपने इन दो दिनों के दौरे के दौरान दोपहर में मुंबई की सड़कों पर रोड शो तक कर रहे हैं। इसी के साथ-साथ कई नामी फिल्म निर्माताओं से भी मिल रहे हैं। भई योगी जी के इन कारनामों को देखते हुए महाराष्ट्र में विपक्ष की ओर से अब ये सवाल किया जा रहा है कि कहीं योगी जी की मंशा मुंबई की फिल्म सिटी को यूपी में शिफ्ट करने की तो नहीं ?
विपक्ष के इस डर का योगी जी ने शानदार जवाब देते हुए पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा, मुंबई तो मुंबई है। यह शहर अर्थव्यवस्था की भूमि है, देश की आर्थिक राजधानी है। UP भारत की धर्म भूमि है। वहां धार्मिक राजधानी है। मुंबई से फिल्म सिटी ले जाने का हमारा कोई विचार नहीं है। हम तो वहां पर खुद की फिल्म सिटी तैयार कर रहे हैं।
आपको बता दें, कल शाम को एनसीपी के नेता जितेंद्र आव्हाड ने फिल्म सिटी को यूपी में शिफ्ट किए जाने को लेकर कहा था। योगी आदित्यनाथ आएं-जाएं, इससे फर्क नहीं पड़ता है। मुंबई की शान निराली है। मुंबई मराठी माणूस की है। गोरखपुर को मुंबई बनने में अभी हजार साल लगेंगे। मुंबई में जो फिल्म उद्योग के विकास के लिए जो माहौल है, वो वहां कैसे लाएंगे ?
इतना ही नहीं जितेंद्र आव्हाड के अलावा शिवसेना सांसद संजय राउत ने भी इस बारे में अपनी राय रखते हुए कहा, ” यह काल्पनिक बातें लगती हैं कि अमिताभ बच्चन और माधुरी दीक्षित मुंबई से जाकर लखनऊ या नोएडा में रहेंगे। मुंबई की फिल्म सिटी कोई जेब में ले जाने वाली चीज नहीं है।”
आगे उन्होंने कहा, योगी आदित्यनाथ अपने राज्य में उद्योग विकसित करने के लिए निवेश आकर्षित करने आए हैं। इसमें कोई ऐतराज नहीं है। अपने राज्य में फिल्म सिटी तैयार करना चाहते है, इसमें कोई गलत बात नहीं है। दक्षिण भारत के अलग-अलग राज्यों में भी उनकी अपनी-अपनी फिल्म सिटी है। ऐतराज तब होता जब महाराष्ट्र के हक के उद्योग को दूसरे राज्यों में भेजा जाता है। ऐतराज तब होता है जब योगी आदित्यनाथ मुंबई आते तो हैं इन्वेस्टमेंट जुटाने के नाम पर लेकिन मुंबई आकर फिर रोड शो करने लगते हैं। BJP की राजनीति करने लगते हैं।