मुंबई। महाराष्ट्र की नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी यानी एनसीपी विधायक ने भगवान श्रीराम पर विवादित टिप्पणी दी थी. बढ़ने के बाद उन्होंने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी है. एनसीपी शरद पवार गुट के नेता जितेंद्र आव्हाड ने एक दिन पहले बताया था कि भगवान श्रीराम मांसाहारी थे, लेकिन बात के तूल पकड़ने के साथ ही उन्होंने सार्वजनिक मांफी मांगी है. हालांकि इसके बावजूद उन्होंने आगे बोला कि मैं बिना तथ्य के कुछ नहीं बोलता.
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कभी-कभी गलती हो जाती है- जितेंद्र आव्हाड
एक दिन पहले एनसीपी शरद पवार गुट के नेता जितेद्र आव्हाड ने भगवान राम को लेकर विवादित टिप्पणी की थी, उन्होंने भगवान श्री राम को मांसाहारी बताय था, लेकिन बात को बढ़ते हुए देख उन्होंने खेद व्यक्त किया. एनसीपी नेता ने इस मुद्दे को लेकर कहा कि मैं इस मुद्दे को तूल नहीं देना चाहता. एनसीपी नेता ने आगे कहा कि कभी-कभी गलती हो जाती है. इस मुद्दे को अब वो तूल नहीं देना चाहते. हालांकि इसके बाद उन्होंने वाल्मिकी रामामण का तर्क भी दिया. कहा कि इसमें कई कांड हैं, जिनमें अयोध्या कांड के श्र्लोक नंबर 102 में इसका जिक्र है. उन्होंने आगे कहा कि मैं बिना रिसर्च के कुछ नहीं बोलता. लेकिन अगर किसी को ठेस पहुंची हो तो मैं माफी मांगता हूं और खेद व्यक्त करता हूं.
एक दिन पहले दिया था ये विवादित बयान
बता दें कि इससे एक दिन पहले जितेंद्र आव्हाड ने कहा था कि आप चाहते हैं, हम शाकाहारी बन जाएं. लेकिन भगवान राम को हम अपना आदर्श मानते हैं और मटन खाते हैं. यह भगवान राम का आदर्श है, वो शाकाहारी नहीं बल्कि मांसाहारी थे. दरअसल 14 साल तक जंगल में रहने वाला आदमी शाकाहारी भोजन की तलाश में कहा जाएगा. मैं सही कहता हूं.
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