भारत के दिग्गज जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा(Neeraj Chora) ने फिर से इतिहास रच दिया है।गोल्ड मेडल जीतना तो नीरज के लिए आम सी बात ही हो गई है लेकिन इस बार नीरज ने कुछ ऐसा कर दिया है जो आजतक कोई भी भारतीय खिलाड़ी नहीं कर पाया था।
बता दें 5 मई को कतर के दोहा(Doha) में चल रही डायमंड लीग प्रतियोगिता में भारतीय जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने नंबर एक हासिल कर गोल्ड मेडल जीता। नीरज ने डायमंड लीग(Diamond League) में लगातार दूसरी बार गोल्ड जीता है जिसके साथ ही वे ऐसा करने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं।
नीरज ने किया अबतक का बेस्ट थ्रो-
नीरज ने मेंस लीग के फाइनल राउंड में पहली बार में ही 88.67 मीटर दूर भाला फेंका, ये नीरज के पूरे करियर का सबसे बेस्ट थ्रो था। नीरज के गोल्ड के लिए ये एक थ्रो ही काफी था, इसी थ्रो के साथ नीरज ने इस साल का पहला और डायमंड लीग का दूसरा गोल्ड जीता। बता दें इससे पहले साल 2022 में नीरज ने स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख में हुई डायमंड लीग में इस लीग का पहला गोल्ड जीता था।
अबतक 6 गोल्ड और 1 सिल्वर जीत चुके हैं नीरज –
नीरज चोपड़ा भारत के सर्वश्रेष्ठ कुषल खिलाड़ियो में से एक हैं उन्होंने अबतक बड़े टूर्नामेंटों में भारत को 6 गोल्ड और 1 सिल्वर मेडल जिताया है।
-2016 में नीरज ने साउथ एशियन गेम्स 2016 में पहला गोल्ड मेडल जीता था।
-2017 में नीरज चोपड़ा ने एशियन चैम्पियनशिप में दूसरा गोल्ड मेडल जीता।
-2018 के कॉमनवेल्थ गेम्स में भी नीरज ने गोल्ड जीता।
-2018 के एशियन चैंपियनशिप में एक बार फिर नीरज ने गोल्ड जीता।
-2020 के टोक्यो ऑलम्पिक में पहली बार नीरज चोपड़ा ने ऑलम्पिक गोल्ड जीता।
-2022 में नीरज ने डायमंड लीग में पहला गोल्ड मेडल जीता।
– 2022 में नीरज चोपड़ा वर्ल्ड चैंपियनशिप में पहली बार खेले और यहां उन्होने भारत को सिल्वर मेडल दिलाया।
-2023 में नीरज ने दूसरी बार डायमंड लीग में गोल्ड मेडल जीता जिसके बाद वे भारत के पहले ऐसे खिलाड़ी बन गए हैं जिसने लगातार दो बार डायमंड लीग में गोल्ड मेडल जीता हो।
फाइनल में हुई कांटे की टक्कर, सिर्फ 0.04 मीटर से जीते नीरज –
डायमंड लीग की जेविलन थ्रो प्रतियोगिता के फाइनल में भारत के नीरज चोपड़ा और चेक रिपब्लिक के जैकब वाडलेड के बीच एकदम कांटे की टक्कर देखने को मिली। गोल्ड मेडल और सिल्वर मेडल के विजेता में सिर्फ 0.04 मीटर का ही फर्क था। पूरे 6 राउंड में नीरज ने सबसे दूर अपना पहला थ्रो फेंका, ये थ्रो 88.67 मीटर का था। इसके अलावा नीरज ने दूसरा थ्रो 86.04, तीसरा थ्रो 58.47, चौथा थ्रो फाउल, पांचवा थ्रो 84.37 और छठा थ्रो 86.52 मीटर दूर फेंका।
जवाब में चेक रिपब्लिक के जैकब वाडलेड ने अपना दूसरा थ्रो 86.63 मीटर दूर फेंका जो उनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो था। मतलब नीरज चोपड़ा का 86.67 और जैकब वाडलेड के 86.63 के थ्रो में सिर्फ 0.04 मीटर का फासला था जिसके चलते नीरज ने गोल्ड जीता और जैकब ने सिल्वर।