नई दिल्ली : देश की जानी-मानी कंपनी नेस्ले को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल, इस कंपनी को लेकर स्विस जांच संगठन की पब्लिक आई की एक रिपोर्ट के मुताबिक ये दावा किया गया है कि नेस्ले भारत समेत दुनिया के कई देशों में बेबी फूड के अंदर शूगर मिलाने का काम करता है।
नेस्ले एक ऐसी कंपनी है जिस पर लंबे समय से यूज़र्स का विश्वास टिका हुआ है और उससे जुड़ी ऐसी खबर ने इसके उपभोक्ताओं को ही गहरी सोच में डाल दिया है। सभी ये सोचने लगे हैं कि आखिर नेस्ले जैसी बेहतरीन कंपनी कैसे चुपके से बेबी फूड में शूगर मिलाने का काम कर सकती है। इस मामले को लेकर उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने इसकी जांच की ज़िम्मेदारी FSSAI को थमाई है।
स्विस जांच संगठन की पब्लिक आई रिपोर्ट में लिखा है –
स्विस जांच संगठन की पब्लिक आई रिपोर्ट मुताबिक कहा गया है कि अमेरिका और यूरोप के बेबी फूड में शूगर नहीं मिलता लेकिन अगर बात की जाए भारत की तो भारत में ये कंपनी बेबी फूड में शूगर की मिलावट करने का काम करती है। आपको बता दें कि, नेस्ले (Nestle) कंपनी का शेयर पिछले दो दिनों में करीब 4.40 फीसदी टूट चुका है वहीं ये कपंनी लगभग 2,435.95 रूपये का कारोबार कर रही है।
क्या बनाती है Nestle ?
दुनिया की जानी-मानी कंपनी Nestle ज़्यादातर बेबी प्रॉडक्ट्स बनाने का काम करती है। उसका भारत में बनने वाला सेरेलैक काफी फेमस है लेकिन अब इस पर आरोप लगाए जा रहे हैं कि ये कंपनी बेबी प्रॉडक्ट्स में चीनी मिलाती है। जांच में सामने आया है कि निडो जो कि बेबी पाउडर मिल्क है एक साल से छोटी उम्र के बच्चों को दूध पिलाने के लिए इस्तेमाल में लाया जाता है। आपको बता दें कि, स्विस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि नेस्ले के सेरेलैक में शहद के रूप में चीनी पाई गई है। सेरेलैक को 6 महीने से दो साल की उम्र के बच्चों की भूख को मिटाने के लिए काफी इस्तेमाल में लाया जाता है जिसे छोटे बच्चे भी खूब चाव के साथ खाते हैं।
मामले पर Nestle के क्या कहा ?
आपको बता दें कि इस पूरे मामले पर नेस्ले इंडियन कंपनी ने दावा करते हुए कहा कि पिछले पांच सालों में स कंपनी ने चीनी में 30 प्रतिशत से भी अधिक की कटौती की है। वहीं बिज़नेस टूडे की रिपोर्ट के मुताबिक नेस्लो इंडिया के प्रवक्ता का कहना है कि हम आपको विश्वास दिलाते हैं कि हमारे बेबी फूड प्रॉडक्ट्स में हम प्रोटीन कार्बोहाइड्रेट, विटामिन, खनिज लौह जैसी पोषणयुक्त चीजें
देते हैं हम अपने बनाए गए सभी उत्पादों की गुणवत्ता के के साथ कोई भी समझौता नहीं करते हैं और न ही कभी करेंगे। सके आगे उन्होंने कहा कि प्रॉडक्ट्स में चीनी की मात्रआ में कमी लाना एक महत्वपूर्ण बात है जिसको हम प्राथमिकता देते हैं।