दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर सियासत काफी तेंज हो गई है। दिल्ली और नोएडा समेत एनसीआर के पूरे इलाके में वायु प्रदूषण का स्तर गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है। आपको बता दें कि दिल्ली का आज का औसतन एक्यूआई 408 है। दिल्ली के 24 इलाको का एक्यूआई 400 पार कर चुका है। इसका मतलब सभी जगहों पर प्रदूषण की गंभीर श्रेणी में है। सड़को पर प्रदूषण साफ दिखाई दे रहा है। वहीं सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च के अनुसार दिल्ली में AQI 346 श्रेणी में है। नोएडा में AQI 393 श्रेणा में हैं। वहीं इसके अलावा बृहस्पतिवार को ही दिल्ली से सटे गुरुग्राम दिल्ली एयर पोर्ट के करीब वायु प्रदुषण बहुत खराब श्रेणी में दर्ज किया गया है।
बता दें कि दिल्ली में प्रदूषण की समसया लगातार गंभीर होती जा रही है। प्रदूषण की समस्या से दिल्लीवासियों को निजात दिलाने में केजरीवाल सरकार की विफलता के खिलाफ पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता विजय गोयल गुरुवार को जंतर मंतर पर अन्ना हजारे की फोटो के सामने अपवास करने जा रहे है। विजय गोयल ने कहा कि पहले अन्ना को धोखा देने वाले केजरीवाल अब दिल्ली की जनता को भी हर क्षेत्र में धोखा दे रहे है। उन्होंने आगे कहा कि दिल्लीवासी घोर प्रदूषण से त्रस्त है, दिल्ली विश्व का सबसे अधिक प्रदूषित शहर बन गया है लेकिन केजरीवाल को इस बात की कोी चिंता नहीं है इसलिए बढ़ते प्रदूषण को लेकर उन्होंने अन्ना हजारे की फोटो के सामने 3 नवंबर को उपवास पर बैठने का फैसला किया है।
आप नेताओं द्वारा प्रदूषण के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराने के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए विजय गोयल ने कहा कि पिछले साल तक तो केजरीवाल दिल्ली के प्रदूषण के लिए पंजाब में पराली जलाने से रोकने के लिए कोई उपाय नहीं किया।
विकास गोयल ने केजरीवाल को याद दिला दी अपनी जिम्मेंदारी
केजरीवाल पर अपनी जिम्मेंदारियों से भागने का आरोप लगाते हुए गोयल ने कहा कि दिल्ली का मुख्यमंत्री होने के नाते प्रदूषण की समस्या, यमुना का गंदा होना और कूड़ा सहित दिल्ली की विभिन्न संस्याएं उनकी ही जिम्मेदारी है और सब कुछ केंद्र सरकार को ही करना है तो केजरीवाल क्यों मंत्री बने बैठे हैं।
केजरीवाल ने प्रदूषण दूर करने का रचा ड्रामा- विजय गोयल
विजय गोयल ने कहा कि केजरीवाल पिछले 8 साल से हर साल यह कह रहें हैं कि यमुना साफ करेंगे, पर आज विश्व की सबसे गंदी नही और दिल्ली विशव का सबसे प्रदूषित शहर बन गया है। दिल्ली के केजरीवाल का प्रदूषण दूर करने वाला प्रयास हर बार नाकाम साबित हुआ है। विजय गोयल ने कहा कि पिछले कई सालों से केजरीवाल प्रदूषण दूर करने के नाम पर ऑड-ईवन, रेड लाईट ऑन, गाड़ी ऑफ, गाड़ी ऑफ का ड्रामा करके दिल्ली की जनता को धोखा दे रहे थे, जबकि जो प्रदूषण धूल और वाहनों के कारण सबसे ज्यादा फैलता है, उसके लिए केजरीवाल ने कुछ नहीं किया। पीएम 10 में 56 प्रतिशत की वृद्धि, पीएम 2.5 में 38 प्रतिशत की वृद्धि और पीएम 2.5 वाहन प्रदूषण में 20 प्रतिशत की वृद्धि की जिम्मेदारी साफ तौर पर केजरीवाल सरकार की है। वॉलियंटर्स के हाथ में रेड लाईट ऑन गाड़ी ऑफ की तख्ती पकड़ाकर चौराहों पर खड़ा करके केजरीवाल सोचते हैं कि वह दिल्ली की जनता को धोखा दे देंगे और इससे प्रदूषण दूर हो जाएगा। जबकि दिल्ली में वायु की गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में पहुंच गई है।
प्रदूषण पर राजनीति करना बंद करो- केजरीवाल
उधर, लगे आरोंपो पर केजरीवाल ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि दिल्ली में वायु प्रदूषण के लिए अरविंद केजरीवाल केंद्र में सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी सरकार पर हमलावर है। अरविंद केजरीवाल का कहना है कि वायु प्रदूषण केवल दिल्ली की नहीं पूरे उत्तर भारत की समस्या है। दुखद हे कि प्रदूषण पर केवल राजनीति हो रही है, ऐसा नहीं होना चाहिए
उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि समाधान की कोई बात नहीं करता हैं। ऐसा दिखाया जा रहा है जैसे केवल दिल्ली और पंजाब ने पूरे देश में प्रदूषण कर दिया है। आप अगर पूरे उत्तर भारत के सारे शहरों के प्रदूषण का डेटा उठाकर देखें तो हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार राजस्थान, मध्यप्रदेस के सारे शहरों में प्रदूषण हो रहा है और सारे शहरों में एयर क्वलिटी इडेक्स लगभग बराबर चल रहा है। तो क्या आम आदमी पार्टी ने सब जगह प्रदूषण कर दिया है।