नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और महासचिव जयराम रमेश द्वारा अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कथित अपमानजनक सामग्री साझा करने के लिए कांग्रेस के दोनों नेताओं को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कानूनी नोटिस भेजा है।
नोटिस में क्या आरोप
नोटिस के अनुसार, केंद्रीय नेता ने उनके द्वारा दिए गए साक्षात्कार को तोड़-मरोड़कर पेश करने और भ्रम, सनसनी और बदनामी पैदा करने के उद्देश्य से घटना को अंजाम देने का आरोप लगाया। नितिन गडकरी के वकील बालेंदु शेखर ने कहा कि भाजपा द्वारा एक समाचार पोर्टल को दिए गए साक्षात्कार से 19 सेकंड लंबी वीडियो क्लिप हटा ली गई। जिस क्लिप में उनके शब्दों का संदर्भ और अर्थ छिपा हुआ है। कांग्रेस के नेताओं द्वारा साक्षात्कार को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है। जो प्रासंगिक अर्थ से रहित है। कांग्रेस नेताओं ने जानबूझकर ऐसा किया है।
क्या था वीडियो में?
कांग्रेस नेता द्वारा सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए यह वीडियो द लल्लनटॉप के साथ नितिन गडकरी के इंटरव्यू से ली गई एक क्लिप है। कांग्रेस ने क्लिप को एक्स पर कैप्शन के साथ पोस्ट किया। जिसमें लिखा है आज गांव, मजदूर और किसान दुखी है। गांव में अच्छी सड़कें नहीं हैं, पीने के लिए शुद्ध पानी नहीं है, अच्छे अस्पताल नहीं हैं, अच्छे स्कूल नहीं हैं – मोदी सरकार के” मंत्री नितिन गडकरी।
https://twitter.com/INCIndia/status/1763415412728016960
ये भी पढ़ें; आज बिहार दौरे पर जाएंगे प्रधानमंत्री, 18 महीने बाद एक साथ मंच पर होंगे मोदी-नीतीश
तीन दिन के अंदर लिखित माफी
नितिन गडकरी के वकील ने कहा कि कांग्रेस नेता खड़गे और रमेश उस टिप्पणी के संदर्भ से अवगत थे फिर भी उन्होंने वीडियो नितिन गडकरी की प्रतिष्ठा को खराब करने के लिए पोस्ट किया। अब उन्हें तीन दिन के भीतर एक्स से वीडियो हटाने और लिखित माफी मांगने को कहा गया है।