नई दिल्ली: पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में सोमवार को इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया गया है। सात दिनों में इस पर वोटिंग होगी। इसमें इमरान को बहुमत दिखाना होगा। 372 सदस्यों वाली पाक नेशनल असेंबली में सत्तारूढ़ पीटीआई के 155 सदस्य हैं। बहुमत के लिए इमरान खान को 172 सांसदों का समर्थन चाहिए। उनके कई विधायक बागी हो चुके हैं और गठबंधन के तीन प्रमुख दल भी बिदक गए हैं। ऐसे में अविश्वास प्रस्ताव खारिज होने की संभावना कम है। यदि यह प्रस्ताव पारित हो गया तो करीब चार साल पुरानी सरकार का पतन हो जाएगा।
पाकिस्तान में इमरान को पहले 176 सांसदों का समर्थन हासिल था, लेकिन 24 सांसदों के बागी होने के बाद अब इमरान सरकार के साथ 152 सांसद ही खड़े हैं। यानी 342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में इमरान खान बहुमत के 172 के आंकड़े से काफी पीछे हैं। दूसरी तरफ विपक्षी पार्टियों को भरोसा है कि उन्हें सरकार को गिराने के लिए 342 के सदन में 172 सदस्यों का समर्थन मिल सकता है, जबकि सरकार का दावा है कि उसे इस प्रयास को विफल करने के लिए सदन में जरूरी समर्थन प्राप्त है।
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा, विपक्ष ने प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया है। नेशनल असेंबली के स्पीकर को 7 दिन के अंदर वोटिंग करानी होगी है। अब प्रधानमंत्री इमरान खान के पास इस प्रक्रिया से बचने का कोई रास्ता नहीं है।
विपक्ष पहले से ही इमरान को गद्दी से हटाने की मुहिम चलाता रहा है, लेकिन पहली बार उसे कामयाबी मिलती दिख रही है, क्योंकि इमरान खेमे के करीब दो दर्जन सांसद भी उनसे मुंह मोड़ चुके हैं।