प्रदूषण का स्तर 395 हुआ दर्ज
दिल्ली सरकार ने 14 अक्टूबर को पूरे शहर में पटाखों के उत्पादन, भंडारण, बिक्री और उपयोग पर 1 जनवरी, 2025 तक प्रतिबंध लगा दिया था। इसके बावजूद, दिवाली की सुबह दिल्लीवासियों ने घनी धुंध की चादर के साथ दिन की शुरुआत की। इस बार दिवाली पर प्रदूषण का स्तर पिछले तीन वर्षों में सबसे खराब था, और अब इस दमघोंटू हवा का प्रभाव बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी को झेलना होगा।
एयर क्वालिटी इंडेक्स के अनुसार, 0 से 50 तक का स्तर ‘अच्छा’, 51 से 100 ‘संतोषजनक’, 101 से 200 ‘मध्यम’, 201 से 300 ‘खराब’, 301 से 400 ‘बेहद खराब’, और 401 से 500 तक ‘गंभीर’ माना जाता है। इस दिवाली मौसम ने भी साथ नहीं दिया। हवा के ठहराव के कारण प्रदूषण की स्थिति और गंभीर हो गई, जबकि तापमान में गिरावट भी नहीं हुई है। दिल्ली में न्यूनतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम के औसत से 4.9 डिग्री अधिक है, जिससे प्रदूषण की समस्या और बढ़ गई है।