उत्तर प्रदेश के गाज़ियाबाद ज़िले में पुलिस ने बुजुर्गों के लिए एक बार फिर से नई पहल की शुरुआत की है। पुलिस ने बुजुर्गों की सुरक्षा के लिए ऑपरेशन सवेरा को दोबारा से शुरू किया है। उत्तर प्रदेश में 2019 में ऑपरेशन सवेरा की शुरुआत की गई थी। इस पहल के तहत सीनियर सिटिजन और पुलिस के बीच के चेन स्थापित की जाती है, ताकि पुलिस आसानी से बुजुर्गों की मदद कर सकें।
ऑपरेशन सवेरा की दोबारा शुरुआत
ऑपरेशन सवेरा के तहत बुजुर्गों को रजिस्टर्ड कर पुलिस तक पहुंच बनाना था। जिससे की जब भी उन्हें पुलिस की जरूरत हो, पुलिस को वो आसानी से कॉल कर सके और उनतक जल्द से जल्द मदद पहुंचाई जा सके। पिछले 4 साल की बात करे तो, ऑपरेशन सवेरा के तहत 12000 से 13000 ही रजिट्रेशन हो पाए थे। लेकिन गाजियाबाद में कमिश्नरेट सिस्टम लागू होने के बाद ऑपरेशन सवेरा को 20 अगस्त को इसे दोबारा लॉन्च किया गया।
60 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों का सहारा
ऑपरेशन सवेरा के तहत पुलिस सीनियर सिटिजन को कई तरह की मदद पहुंचाती है। पुलिस 60 साल या उससे अधिक आयु के बुजुर्गों के लिए सहारा बनती है। एक हेल्फलाइन नंबर इन बुजुर्गों को दिया जाता है। किसी भी तरह की परेशानी का सामने करते वक्त ये बुजुर्ग उस नंबर को डायल कर पुलिस से मदद ले सकते हैं। पुलिस जल्द-से-जल्द उनतक मदद पहुंचाती है। दवा लाने, अस्पताल पहुंचाने से लेकर परिजनों के प्रताड़ित करने की समस्या तक पुलिस दूर करती है। अब गाजियाबाद मेंबुजुर्गों के लिए फिर पुलिस सहारा बन रही है।