नई दिल्ली: पाकिस्तान ने दावा किया कि भारत की तरफ से एक सुपरसोनिक ऑब्जेक्ट उसके इलाके में क्रैश कर गया। पाकिस्तान ने कहा कि भारत की तरफ से आए इस ऑब्जेक्ट ने उसके हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया है और इससे कई इमारतों को नुकसान पहुंचा है। भारत ने भी इस घटना पर खेद जताया है और कहा है कि रूटीन मेंटेनेंस के दौरान गलती से मिसाइल फायर हो गई थी। पाकिस्तान ने कहा है कि उसकी वायुसेना इसकी निगरानी कर रही थी।
पाकिस्तान की सेना ने दावा किया कि वे जानते थे कि मिसाइल ने भारत के सिरसा से उड़ान भरी थी और कुछ देर बाद ही मिसाइल ने अपनी दिशा बदल ली और पाकिस्तान की तरफ मुड़ गई। मिसाइल पाकिस्तान के इलाके मियां चन्नू में गिरी। पाकिस्तान के इंटर-सर्विस पब्लिक रिलेशंस के महानिदेशक मेजर जनरल बाबर इफ्तिखार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि मिसाइल ने पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की वायु सेना लगातार भारत की तरफ से आ रहे सुपरसोनिक ऑब्जेक्ट पर नजर बनाए थी।पाकिस्तान की सेना ने हालांकि मिसाइल को मार गिराने की कोशिश नहीं की और ये अपने आप ही पाकिस्तानी क्षेत्र में क्रैश कर गई।
मिसाइलों के परीक्षण को लेकर समझौता
भारत और पाकिस्तान के बीच साल 2005 में बैलिस्टिक मिसाइलों के परीक्षण को लेकर एक समझौता हुआ था। समझौते के अनुसार, प्रत्येक देश को बैलेस्टिक मिसाइल परीक्षण से कम से कम तीन दिन पहले इसकी सूचना देनी होती है। ये समझौता सभी तरह के मिसाइल परीक्षणों के लिए लागू होता है चाहे वो सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल हो या सतह से समुद्र में मार करने वाली मिसाइल।
समझौते के अनुसार, मिसाइलों का प्रक्षेपण यानी जिस जगह से मिसाइल को छोड़ा जाना हो, वो जगह दोनों देशों की सीमा से 40 किलोमीटर की दूरी पर होनी चाहिए। मिसाइल को गिराने का स्थान नियंत्रण रेखा और अंतर्राष्ट्रीय सीमा से 75 किलोमीटर दूर होना चाहिए। हालांकि, पाकिस्तान ने कहा कि भारत की तरफ से उसे ऐसी कोई जानकारी नहीं दी गई थी। इस घटना पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी प्रतिक्रिया दी है।पंजाब के हफिजाबाद जिले में रविवार को एक रैली को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा, ‘हम भारतीय मिसाइल के पाकिस्तान में गिरने का जवाब दे सकते थे, लेकिन हमने संयम बरता।’