नई दिल्ली: पाकिस्तान में राजनीतिक अस्थिरता अपने चरम पर है। शुक्रवार की शाम सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद शनिवार को नेशनल असेंबली में इमरान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग की कार्यवाही चल रही है। कयास लगाए जा रहे हैं कि अगर वोटिंग होती है तो इमरान सरकार गिर सकती है। यही वजह रही है कि आज असेंबली में पक्ष-विपक्ष के बीच जमकर जुबानी तीर चले। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद करैशी ने कहा कि लोकतंत्र के मुताबिक इस प्रस्ताव का विरोध हमारा हक है। विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि इमरान खान कोर्ट के फैसले से मायूस हैं लेकिन वह उसका सम्मान जरूर करेंगे।
यही नहीं कुरैशी ने आगे कहा कि पीएम इमरान खान ने जनता के सामने जाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा है कि इस समस्या को दूर करने के लिए पीएम ने कहा कि जनता के सामने जाते है जनता को फैसला करने देते है। हम हर मुकाबला करने के लिए तैयार हैं। हम विदेशी साजिश की जांच कर रहे हैं। इमरान सरकार के खिलाफ लाए गये अविश्वास प्रस्ताव पर बोलते हुए पाकिस्तान के नेता विपक्ष शहबाज शरीफ ने कहा कि कल जब कोर्ट ने इमरान खान और डिप्टी स्पीकर के फैसले को रद्द किया तो पाकिस्तान के संविधान का उल्लंघन किया गया था। शहबाज शरीफ ने कहा कि कोर्ट ने आदेश दिया है कि आज आप उसके हिसाब से कार्यवाही शुरू करेंगे। मैं विपक्ष की एकता को सलाम करता हूं। आज संसद पीएम को हटाने जा रही है। इमरान खान एक सिलेक्टेड पीएम हैं। स्पीकर साहब आप कोर्ट के आदेश को नही मान रहे हैं।