नई दिल्लीः बढ़ती महंगाई के कारण आम लोग दिन-ब-दिन महंगाई के तले दबते जा रहे है, महंगाई की मार से जूझ रहे लोगों के लिए राहत भरी खबर है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट का सिलसिला जारी है. मंगलवार को शुरुआती कारोबार में वैश्विक बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड की कीमत गिरकर 88.93 डॉलर प्रति बैरल पर आ गई. वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड (WTI) 94.31 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है.
जिससे पेट्रोल-डीजल के दाम में कमी की संभावना जताई जा रही है. दरअसल चीन में आर्थिक गतिविधियों में सुस्ती के चलते कच्चे तेल के रेट्स में गिरावट का सिलसिला जारी है. हालांकि, सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों ने घाटे के बावजूद 6 अप्रैल से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं की है. इस समय दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 96.72 रुपये और डीजल की कीमत 89.62 रुपये प्रति लीटर है.
कच्चे तेल के रेट्स में गिरावट
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के रेट्स में गिरावट से तेल कंपनियों के मार्जिन में सुधार की उम्मीद है. अब ऐसे में जानकारों का कहना है कि आने वाले कुछ दिनों में पेट्रोल औऱ डीजल की कीमतों में गिरावट होने की संभावना है. आपको बता दें कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 95 डॉलर प्रति बैरल पर आ गई है. रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण एक समय में इसकी कीमत 139 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गई थी.
महंगाई से जूझ रहे लोगों को राहत
इस बढ़ोतरी को लेकर केंद्र सरकार ने 21 मई को पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में कटौती की थी. आज सुबह ब्रेंट क्रूड गिरकर 88.93 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया, जबकि वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड (WTI) 94.31 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था. ऐसे में देश में महंगे पेट्रोल-डीजल की कीमतों में गिरावट की आशंका लंबे समय से बढ़ गई है. इससे महंगाई से जूझ रहे आम लोगों को राहत मिल सकती है.
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