PM Modi In Qatar: पीएम नरेंद्र मोदी ने कैद में रखे गए 8 भारतीय लोगों की रिहाई होने के बाद पीएम मोदी पहली बार कतर Qatar दौरे के लिए गए है. कतर Qatar के पीएम शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी के साथ बैठक से पता चलता है कि इस यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करना है. नेताओं ने मित्रता और सहयोग को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता दिखाते हुए अलग-अलग क्षेत्रों में संबंधों को मजबूत करने के लिए चर्चा की गई.
बैठक के बाद की चर्चा
बैठक को शानदार बताते हुए पीएम मोदी ने अपनी संतुष्टि व्यक्त करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया और चर्चा मुख्य रूप से भारत और कतर के बीच संबंधों को बढ़ाने, अलग-अलग क्षेत्रों में सहयोग के रास्ते खोजने पर केंद्रित था. नेताओं ने बहुमुखी सहयोग के महत्व पर जोर देते हुए निवेश,व्यापार, ऊर्जा और वित्त जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर विचार किया गया है.
सार्थक बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने हुई चर्चाओं पर विचार साझा करते हुए कहा कि पीएम शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी के साथ बैठक बेहतर थी. हमारी बातचीत मे भारत और कतर के बीच दोस्ती को मजबूत बनाने पर चर्चा हुई.
UAE यात्रा के बाद दोहा यात्रा
पीएम मोदी की दोहा यात्रा संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की दो दिवसीय यात्रा के बाद की गई है. यह यात्रा खाड़ी क्षेत्र में भारत की कूटनीतिकता का हिस्सा है. जो आर्थिक और रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए है. यह यात्रा विशेष है क्योंकि यह पीएम मोदी की कतर की यह दूसरी यात्रा है, पहली बार जून 2016 में पीएम मोदी ने कतर की यात्रा की थी.
विदेश मंत्रालय ने कहा
भारत के विदेश मंत्रालय ने PM मोदी और कतर के पीएम और विदेश मंत्री के बीच सार्थक बातचीत पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोहा में कतर के PM और विदेश मंत्री मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी के साथ रचनात्मक बैठक की है. निवेश, व्यापार, ऊर्जा और अन्य क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर की गई है.
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पीएम मोदी की कतर यात्रा खाड़ी क्षेत्र में मजबूत संबंधों को बनाने की भारत की प्रतिबद्धता रेखांकित है. पीएम शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी के साथ हुई चर्चा भारत और कतर के बीच दोस्ती और सहयोग के बंधन को मजबूत करते हुए व्यापक सहयोग के साझेदारी को दिखाती है.