हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने नारा दिया था, ‘सरकार नहीं रिवाज बदलेंगे’ लेकिन राज्य की जनता ने रिवाज नहीं सरकार बदल दी। तो वहीं कांग्रेस 40 सीटें जीतकर सत्ता में अपनी वापसी करने में कामयाब रही। लेकिन अब वापसी के बाद कांग्रेस में सीएम पद को लेकर हलचल तेज होने लगी है। कांग्रेस आलाकमान ने दिल्ली से टीम भेजी है, जो अब नवनिर्वाचित विधायकों के साथ बैठक कर रही है।
सीएम पद को लेकर विवाद बढ़ता नजर आ रहा
हिमाचल विधानसभा चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस में सीएम पद को लेकर विवाद बढ़ता नजर आ रहा है। आपको बता दें, पूर्व सीएम स्व. वीरभद्र सिंह की पत्नी और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा वीरभद्र सिंह के समर्थकों ने सीएम पद को लेकर हंगामा शुरू कर दिया है। जिसके चलते समर्थक शुक्रवार को ओबेरॉय सेसिल होटल के बाहर जमा हुए और चुनाव के पर्यवेक्षक भूपेश बघेल के काफिले के आगे जमकर नारेबाजी करने लगे।
आलाकमान ने दिल्ली से एक टीम भेजी
सीएम पद को लेकर विवाद के चलते कांग्रेस आलाकमान ने दिल्ली से एक टीम भेजी है, जो अब नवनिर्वाचित विधायकों के साथ बैठक कर रही है। शिमला में चल रही बैठक में प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह और सुखविंदर सिंह सुक्खू भी मौजूद हैं। आलाकमान की ओर से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को चुनाव पर्यवेक्षक बनाकर भेजा गया है। सरकार बनने तक ये सभी लोग शिमला में ही रुकेंगे।
पार्टी जल्द ही सीएम के नाम पर मुहर लगाएगी
खबरों के अनुसार पार्टी जल्द से जल्द मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लगाना चाहती है। आपको बता दें, सुखविंदर सिंह और मुकेश अग्निहोत्री के समर्थन में 15 से 14 विधायक हैं, जबकि प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के समर्थन के साथ 11 विधायक खड़े हैं।
CM पद की रेस से बाहर हुईं प्रतिभा सिंह
हिमाचल में विधानसभा चुनाव जितने के बाद से ही पार्टी में CM चेहरे को लेकर गरमा-गरमी चल रहा थी। जिसे लेकर अब पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने राज्य इकाई के नेताओं से बैठकें की। शुक्रवार तक राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह को प्रबल दावेदार माना जा रहा था। लेकिन अब सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार प्रतिभा सिंह सीएम पद की रेस से बाहर हो गई हैं।