नई दिल्ली आनलाइन डेस्क। शेख हसीना की सरकार के तख्तापलट के बाद मोहम्मद यूनुस को बांग्लादेश का केयरटेकर पीएम बनाया गया है। सेना के रहमोकरम से सरकार चला रहे मोहम्मद यूनुस की जिंदगी में दो लड़कियां आई। पहले लड़की रूसी थी, जिसका नाम वेरा फोरेस्टेंको था। जिसके प्यार में यूनुस फिदा हो गए। शादी की। दोनों से एक बेटी हुई। फिर अचानक वेरा फोरेस्टेंको यूनुस को छोड़कर चली गई। इसके बाद मोहम्मद यूनुस का दिल एक और लड़की पर आया और उसके साथ निकाह कर लिया।
पहले जानें मोहम्मद यूनुस के बारे में
मोहम्मद यूनुस का जन्म 28 जून, 1940 को हुआ था। यूनुस एक उद्यमी, बैंकर, अर्थशास्त्री और नागरिक समाज के नेता हैं। मोहम्मद यूनुस को 1970 के दशक में माइक्रोफ़ाइनेंस के अग्रणी के रूप में जाना जाने लगा और इससे देश के सबसे गरीब लोगों को गरीबी से बाहर निकालने में मदद मिली। यूनुस को ग्रामीण बैंक की स्थापना और माइक्रोक्रेडिट और माइक्रोफाइनेंस के कॉन्सेप्ट को आगे बढ़ाने के लिए 2006 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। साल 18 फरवरी 2007 को मोहम्मद यूनुस ने नागरिक शक्ति नाम से एक राजनीतिक पार्टी बनाई थी। मोहम्मद यूनुस को श्रम कानून के उल्लंघन के आरोप में बांग्लादेश की एक कोर्ट ने 6 महीने की सजा भी सुनाई थी।
रूसी लड़की पर आया मोहम्मद यूनुस का दिल
मोहम्मद यूनुस ने बांग्लादेश के विकास में अहम रोल निभाया तो उनकी निजी जिंदगी भी बड़ी दिलचस्प रही है। साल 1967 में, जब मोहम्मद यूनुस पीएचडी करने के लिए अमेरिका के वेंडरबिल्ट यूनिवर्सिटी गए तो उनकी मुलाकात एक रूसी लड़की वेरा फोरेस्टेंको से हुई। पहली ही मुलाकात में दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और यह रिश्ता जल्द ही प्यार में बदल गया। तीन साल के प्रेम संबंध के बाद 1970 में दोनों ने शादी कर ली। शादी के बाद यूनुस और वेरा ने 1972 में बांग्लादेश का रुख किया। 1977 में उनके घर एक बेटी मोनिका यूनुस का जन्म हुआ। बेटी के जन्म के बाद दोनों के रिश्ते में दरार आनी शुरू हो गई।
पहली बीवी छोड़कर चली गई
हालात इतने बिगड़ गए कि वेरा को तीन महीने की बेटी को लेकर अमेरिका के न्यू जर्सी जाना पड़ा। खबरों के मुताबिक, वेरा के रूस के बड़े-बड़े उद्योगपतियों से गहरे संबंध थे। माना जाता है कि बांग्लादेश में यूनुस द्वारा चलाए जा रहे कई प्रोजेक्ट्स के लिए फंडिंग रूस से आती थी और यह फंड जुटाने में वेरा की अहम भूमिका रहती थी। यूनुस की बेटी मोनिका कई बरस तक पिता से दूर रहीं। मोनिका की परवरिश उनकी मां ने की। मोनिका ने 2004 में अपने पिता मोहम्मद यूनुस से संपर्क साधा। इसके बाद 2005 में वह पहली बार अपने पिता से मिलने बांग्लादेश भी आईं। पिता के घर पर रहीं। फिर वह अमेरिका लौट गई।
फिर आफरोजी पर फिदा हुए यूनुस
वेरा से अलग होने के तीन साल बाद यूनुस की जिंदगी में आफरोजी आईं। वह मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी में फिजिक्स की शोधकर्ता थीं। यूनुस से शादी के बाद आफरोजी ने बांग्लादेश में उनके साथ काम करना शुरू कर दिया और उनके नए जीवन का एक अहम हिस्सा बन गईं। मीडिया रिपोट्स के मुताबिक, मोहम्मद यूनुस ने अपनी पहली बेगम को तलाक नहीं दिया। शादीशुदा होने के बावजूद उन्होंने आफरोजी से पहले दोस्ती की। दोस्ती प्यार में बदली और आखिर में दोनों ने निकाह कर लिया। मीडिया रिपोट्स में दावा किया जाता है कि यूनुस जब केयरटेकर पीएम नहीं थे, तब अपनी पहली बेगम से मिलने के लिए जाया करते थे। बेटी के साथ उनकी तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई।