जुलाई का महीना था साल था 2012 अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हुआ करते थे जुलाई के अंतिम दिनों में एका-एक पावर ग्रिड फेल हो गया उत्तर प्रदेश सहित करीब 7 राज्यों में बिजली व्यवस्था फेल हो गई ।
जम्मू कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान व उत्तराखण्ड राज्यों में दोपहर में अचानक बिजली गुल हो गयी। ट्रेने अपने स्थान पर रूक गयीं। ट्रेनों में बैठे लोग यह समझ भी नहीं पाए कि ट्रेन अचानक क्यों रूक गयी काफी देर बाद पता चला कि ग्रिड फेल हुआ है जिससे राज्यों की बिजली गुल हो गयी है। राजधानी दिल्ली में मेट्रो भी अपने स्थान पर थम गयी।
उसके बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पावर कारपोरेशन के तत्कालीन चेयरमैन अवनीश अवस्थी को पावर कारपोरेशन के एमडी के पद से हटा दिया था और इंजीनियरिंग सर्विस से आने वाले एपी मिश्रा को पावर कारपोरेशन का एमडी और चेयरमैन बना दिया । हालांकि एपी मिश्रा की चार्ज लेने के बाद दूसरे दिन फिर पावर ग्रिड फेल होने से बिजली व्यवस्था दुबारा धराशाई हो गई थी । एपी मिश्रा के भ्रष्टाचार के कारनामों से उस वक्त पूरा उत्तर प्रदेश का बिजली विभाग कराह उठा था एपी मिश्रा का एक चर्चित जुमला था कि ” उनका तो पृथ्वी पर दो ही लोग कुछ बिगाड़ सकते हैं । या तो मुख्यमंत्री अखिलेश यादव या फिर भगवान राम । “
फिलहाल यूपी में जैसे ही योगी आदित्यनाथ की सरकार आई ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने तत्काल एपी मिश्रा की फाइल तलब कर ली । मामले की गंभीरता को समझते हुए एपी मिश्रा ने तत्काल इस्तीफा दे दिया । ए पी मिश्रा को अखिलेश यादव की सरकार में तीन बार सेवा विस्तार दिया गया था । लेकिन सूबे में बीजेपी की सरकार आने के बाद जैसे ही ए पी मिश्रा के कारनामो की फाइल खुली हंगामा मच गया था । जांच के बाद भ्रष्टाचार के कई मामलों में एपी मिश्रा को लंबे दिनों तक जेल में बंद रहना पड़ा ।
दरसल पावर ग्रिड फेल एक बहाना था लेकिन उस वक्त पावर कारपोरेशन में चेयरमैन अवनीश अवस्थी और ए पी मिश्रा के बीच सब कुछ ठीक नहीं था । अवनीश अवस्थी के रहते हुए एपी मिश्रा अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पा रहे थे लिहाजा अखिलेश यादव की नज़दीकियों का फायदा उठाकर एपी मिश्रा ने अवनीश अवस्थी को पावर कारपोरेशन के चेयरमैन के पद से हटवा दिया था ।
लेकिन कहां जाता है कि वक्त हमेशा किसी एक का नहीं होता। योगी आदित्यनाथ की सरकार में अवनीश अवस्थी का कद किसी से छुपा नहीं है । अवनीश अवस्थी योगी आदित्यनाथ के विश्वस्त अफसरों में गिने जाते हैं । उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था का जिम्मा उन्हीं के कंधों पर योगी आदित्यनाथ ने दे रखा है । इस वक्त अवस्थी योगी सरकार पार्ट 2 में बतौर अपर मुख्य सचिव गृह की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं । मौजूदा ऊर्जा मंत्री एके शर्मा और चेयरमैन रहे एम देवराज में तालमेल बन नहीं पा रहा था । ऊर्जा मंत्री भी एम देवराज की तैनाती से खुश नहीं थे।
ऐसे में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर अपने सबसे भरोसेमंद अफसर अवनीश अवस्थी पर अपना भरोसा दिखाया है । और उत्तर प्रदेश में पावर कारपोरेशन की जिम्मेदारी एम देवराज से हटाकर अवनीश अवस्थी को दे दी। अवनीश अवस्थी का कार्यकाल अब कुछ ही दिनों बचा हुआ है सूबे में नौकरशाहों की एक लॉबी दिन-रात अवनीश अवस्थी के रिटायरमेंट के दिन को उंगलियों पर गिन रही है । ऐसे में अवनीश अवस्थी को यह अहम जिम्मेदारी देना यह माना जा रहा है की सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी की नौकरशाही को एक बड़ा संदेश दिया है । भले ही अवनीश अवस्थी का कार्यकाल कुछ ही दिन बाकी है लेकिन योगी आदित्यनाथ की नजर में वह आज भी खास है और अपने रिटायरमेंट की आखिरी दौर में अवनीश अवस्थी को को किस्मत में आज उसी विभाग का मुखिया बना दिया जिस विभाग से उन्हें बेआबरू करके भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने की जुर्म में अखिलेश यादव ने हटाया था.