नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। झारखंड और महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव का शोर है। 20 नवंबर को इन दोनों प्रदेशों में मतदान हैं। सोमवार के दिन प्रचार थम जाएगा। ऐसे में सभी राजनीतिक दल अब पूरी ताकत के साथ 2024 का दंगल फतह करने के लिए बयानबाजी और प्रेस कान्फ्रेंस का सहारा ले रहे हैं। इसी कड़ी में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मीडिया से रूबरू हुए और उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी पर तीखा जुबानी हमला बोला। इस मौके पर उन्होंने ‘एक हैं तो सेफ हैं’ नाम की तिजोरी खोली। तिजोरी से उन्होंने धरावी और पीएम मोदी-गौतम अदाणी का पोस्टर निकाला और बीजेपी पर सनसनीखेज आरोप लगाए।
‘सेफ कौन हैं और सेफ किसका है?’
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के प्रचार के आखिरी दिन राहुल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने एक तिजोरी सबके सामने रखी। उस पर लिखा था, ’एक हैं तो सेफ हैं’। उन्होंने तिजोरी के अंदर से दो पोस्टर निकाले। इसमें से एक पर उद्योगपति गौतम अदाणी और पीएम मोदी की तस्वीर थी और दूसरे पर धारावी परियोजना की। इसे दिखाते हुए राहुल ने कहा कि यही है ‘पीएम मोदी का एक हैं तो सेफ हैं’। इस दौरान राहुल ने कहा कि पीएम मोदी का स्लोगन है। ‘एक हैं तो सेफ हैं’ सवाल है, एक कौन हैं, सेफ कौन हैं और सेफ किसका है?।
एक अरबपति को देने की तैयारी
राहुल गांधी ने कहा, इसका जवाब है, एक नरेंद्र मोदी, अडानी, अमित शाह हैं और सेफ अडानी हैं। वहीं, इसमें नुकसान महाराष्ट्र की जनता का है। धारावी की जनता का है। धारावी का भविष्य सेफ नहीं है। एक के लिए धारावी को खत्म किया जा रहा है। धारावी की जमीन छीनी जा रही है। राहुल ने कहा कि यह चुनाव विचारधारा का चुनाव है। महाराष्ट्र का चुनाव गरीबों और चंद अरबपतियों के बीच का चुनाव है। अरबपति चाहते हैं कि मुंबई की जमीन उन्हें मिले। करीब 1 लाख करोड़ रुपए एक अरबपति को देने की तैयारी है।
महाराष्ट्र में जाती जनगणना करवाएंगे
राहुल गांधी ने कहा कि, कांग्रेस पार्टी की सोच है कि महाराष्ट्र के किसानों, गरीबों , बेरोजगारों की मदद हो. राज्य के लिए महंगाई, बेरोजगारी मुख्य मुद्दे हैं। राहुल ने कहा कि हम महाराष्ट्र में जाती जनगणना करवाएंगे। उन्होंने कहा कि हम दिल्ली में भी बोल चुके हैं कि जाती जनगणना कराएंगे, जिसकी जितनी आबादी उसकी उतनी हिस्सेदारी होगी। हमारी सरकार बनी को 25 लाख का हेल्थ बीमा देंगे। ढाई लाख सरकारी नौकरियां देंगे. 50 फीसदी आरक्षण की दीवार तोड़ेंगे। किसानों का कर्ज माफ करेंगे। बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता देंगे। महंगाई पर रोक लगाएंगे।
तीन लाख रुपये तक के कर्ज होंगे माफ
राहुल गांधी ने कहा, हम हर महिला के बैंक खाते में 3000 रुपये जमा करेंगे, महिलाओं और किसानों के लिए फ्री बस यात्रा होगी। तीन लाख रुपये तक के कर्ज माफ किए जाएंगे, सोयाबीन के लिए 7,000 रुपये प्रति क्विंटल का एलान हमने किया है। जाति जनगणना जो हम तेलंगाना, कर्नाटक में करवा रहे हैं, हम इसे महाराष्ट्र में भी करवाएंगे। राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस नफरत के बजार में मोहब्बत की दुकान चला रही है। बीजेपी देश को बांट कर सत्ता में आना चाह रही है। लोकसभा चुनाव में जनता इनके झूठ का जवाब वोट से दिया। झारखंड-महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी की सरकार बनने जा रही है।
धारावी के पुनर्विकास की जीती थी बोली
दरअसल, अदाणी समूह ने नवंबर 2022 में धारावी के पुनर्विकास के लिए बोली जीती थी, यह परियोजना लगभग दो दशकों से पाइपलाइन में अटकी हुई है। मुंबई में जमीन की कमी और अधिक महंगा रियल एस्टेट बाजार होने की वजह से अभी तक इस परियोजना के लिए जमीन नहीं मिली थी। इस परियोजना पर लगभग 20,000 करोड़ रुपये से अधिक खर्च होने का अनुमान बताया जा रहा है। यह वैश्विक निविदा के माध्यम से भारत में किसी सरकारी एजेंसी द्वारा शुरू की गई सबसे बड़ी पुनर्विकास परियोजनाओं में से एक है।
धारावी में रहते हैं करीब 10 लाख लोग
जानकारी के अनुसार 240 हेक्टयर के विशाल क्षेत्र में फैली धारावी में लगभग 8 से 10 लाख निवासी हैं और 13,000 से अधिक छोटे व्यवसाय यहां पर चलते हैं। जब से धारावी पुनर्विकास परियोजना की शुरुआत हुई है, तभी से यहां रहने वाले लोगों में नाराजगी देखने को मिल रही है। यह के लोगों का कहना है कि पुनर्विकास परियोजना के नाम पर अभी तक कुछ नहीं हुआ है। इसके अलावा वे हमें कहां शिफ्ट करेंगे यह भी बड़ी परेशानी है। इससे हमारे कामकाज पर काफी बुरा असर होगा। इससे हमारे छोटे-मोटे कारोबार को काफी नुकसान पहुंचेगा।
धरावी में 30 फीसदी मुस्लिम आबादी
धारावी मूल रूप से मछुवारों की बस्ती थी, जहां बाद में कुम्भार, चमडे का काम करने वाले, कढाई बुनाई करने वाले आकर रहने लगे और धीरे धीरे यह बस्ती बढ़ती चली गई। धारावी मुंबई के बीच स्थित एक घनी आबादी वाला शहरी इलाका है। कहा जाता है कि धारावी की आबादी ग्रीनलैंड और फिजी से अधिक है और इसमें 30 प्रतिशत से अधिक मुस्लिम, 6 प्रतिशह ईसाई और 63 प्रतिशत हिंदू रहते है। यहां रीसाइकलिंग, चमड़े के उत्पाद और मिट्टी के बर्तन तथा कपड़े की कई लघु इकाइयां हैं।