NDA Candidate for Vice President :महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन अब उपराष्ट्रपति पद की दौड़ में एनडीए के उम्मीदवार होंगे। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार को यह ऐलान करते हुए बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में व्यापक विचार-विमर्श के बाद राधाकृष्णन के नाम पर मुहर लगी।
नड्डा ने उम्मीद जताई कि विपक्षी दल भी एनडीए के उम्मीदवार का समर्थन करेंगे। हालांकि, कांग्रेस और इंडिया गठबंधन अपने अलग उम्मीदवार को उतारने की तैयारी में हैं। नामों को लेकर आंतरिक चर्चा जारी है। ऐसे में साफ है कि अगर विपक्ष उम्मीदवार खड़ा करता है तो चुनाव में एनडीए और इंडिया ब्लॉक आमने-सामने होंगे।
उपराष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया
उपराष्ट्रपति का चुनाव लोकसभा और राज्यसभा के सभी निर्वाचित और नामित सदस्यों द्वारा किया जाता है। इस समय लोकसभा में कोई नामित सदस्य नहीं है। लोकसभा की कुल 543 सीटों में से एक सीट (बशीरहाट, पश्चिम बंगाल) खाली है। वहीं, राज्यसभा की कुल 245 सीटों में से 6 रिक्त हैं,जिनमें 4 जम्मू-कश्मीर से, और 1-1 सीट पंजाब व झारखंड से खाली है।
इस तरह दोनों सदनों की मौजूदा प्रभावी संख्या 781 है। किसी भी उम्मीदवार की जीत के लिए कम से कम 391 वोट जरूरी होंगे, बशर्ते सभी सदस्य मतदान करें।
एनडीए की मजबूत स्थिति
लोकसभा में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए के पास 542 में से 293 सांसदों का समर्थन है। वहीं राज्यसभा में एनडीए को 129 सदस्यों का समर्थन हासिल है। अगर नामित सदस्य भी एनडीए उम्मीदवार के पक्ष में वोट करते हैं, तो राज्यसभा में उनकी ताकत और बढ़ जाएगी।
कुल मिलाकर एनडीए के पास दोनों सदनों में करीब 422 सदस्यों का समर्थन है। यह आंकड़ा जीत के लिए जरूरी 391 से काफी ज्यादा है। इसलिए माना जा रहा है कि उपराष्ट्रपति चुनाव में सीपी राधाकृष्णन की जीत लगभग तय मानी जा रही है, बशर्ते कि सभी सांसद अपने गठबंधन की लाइन के मुताबिक वोट डालें।
विपक्ष की चुनौती
हालांकि, इंडिया गठबंधन भी हार मानने के मूड में नहीं है। कांग्रेस समेत कई दल अलग उम्मीदवार उतारने की तैयारी कर रहे हैं। फिलहाल नाम को लेकर चर्चा जारी है। देखना होगा कि विपक्ष किसी मजबूत चेहरे के साथ मैदान में उतरता है या नहीं।