इस वजह से पीएम नरेंद्र मोदी ने संविधान की प्रति को हाथी पर रखकर निकाली थी गौरव यात्रा

PM Narendra Modi said during the discussion on the Constitution: पीएम नरेंद्र मोदी ने संविधान पर चर्चा के दौरान जहां कांग्रेस को घेरा तो वहीं गुजरात के एवेंट की भी जिक्र किया।

नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। PM Narendra Modi said during the discussion on the Constitution  संविधान पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदन में जमकर गरजे। कांग्रेस पर तीखे हमले किए। पंडित जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी से लेकर राजीव गांधी की नीतियों पर बोले। इमरजेंसी की याद दिलाई। कांग्रेस को संविधान विरोधी बताते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने एक कहानी भी सुनाई। उन्होंने बताया,संविधान के 60 साल के पूरे होने पर गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में हमने संविधान की प्रति हाथी पर रखकर भव्य यात्रा निकाली थी।

संविधान के कारण बना मुख्यमंत्री

भारतीय संविधान का 75वां वर्षगांठ पूरा देश मना रहा है। लोकसभा में संविधान पर दो दिनों की चर्चा हुई। शनिवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने संविधान पर हुई चर्चा का जवाब दिया।इस मौके पर उन्होंने कहा कि जब देश संविधान का 60 साल मना रहा था। ये मेरा भी सौभाग्य था। मुझे भी संविधान के कारण मुख्यमंत्री बनने का अवसर मिला। तब मैं मुख्यमंत्री था। उसी समय संविधान के 60 साल हुए। मुख्यमंत्री के नाते तय किया था कि गुजरात में संविधान के 60 साल मनाएंगे। पूरे राज्य में संविधान दिवस मनाया गया। संविधान को जन-जन तक पहुंचाया गया।

संविधान की गौरव यात्रा निकाली

पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि इतिहास में पहली बार हुआ. संविधान के ग्रंथ को हाथी पर रखा गया और संविधान की गौरव यात्रा निकाली गई। राज्य के सीएम उस संविधान के नीचे पैदल चल रहा था। और देश को संविधान का महत्व समझाने का प्रयास कर रहा था। हमारे लिए संविधान का महत्व क्या है?। हम भलीभांति जानते हैं। हमलोग संविधान के बताए रास्ते पर चलने वाले लोग हैं। कांग्रेस ने देश में 55 साल राज किया। एक परिवार को सत्ता में बनाए रखने के लिए संविधान को बदला गया।

उस समय संविधान को नोच दिया गया

लोकसभा में संविधान में चर्चा पर हुई बहस का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि संविधान के 75 साल हो रहे है। हमारे यहां 25 साल का भी महत्व होता है। 50 साल का भी महत्व होता है और 75 साल का भी महत्व होता है। इतिहास की तरफ नजर करें. संविधान यात्रा के महत्वपूर्ण पड़ाव का क्या हुआ था?। पीएम मोदी ने कहा कि संविधान का 25 साल पूरा हो रहा था। उस समय संविधान को नोच दिया गया। इमरजेंसी लाया गया। संवैधानिक व्यवस्था को समाप्त कर दिया गया। देश को जेलखाना बना दिया गया। नागरिकों के अधिकारों को लूट लिया गया। प्रेस की स्वतंत्रता को ताले लगा दिया गया। कांग्रेस के माथे पर यह पाप कभी भी धुलने वाला नहीं है।

तब क्या भुला दिया गया था?

पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि जब 50 साल हुए, तब क्या भुला दिया गया था?। अटल बिहारी वाजपेयी सरकार थी। देश भर में संविधान का 50वां साल मनाया गया था। अटल बिहारी वाजपेयी ने देश को विशेष संदेश दिया था। संविधान की भावना को जीने का प्रयास किया था। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, जब इंदिरा गांधी चुनाव को कोर्ट ने रद्द कर दिया और पद छोड़ने की नौबत आ गई तो उन्होंने संविधान को ताक पर रखकर आपातकाल लगा दिया। कांग्रेस एक परिवार तक ही सीमित हैं। ये लोग कभी देश व संविधान के बारे में नहीं सोचते।

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