देश में 18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव होना है उसके लिए वोटों की वेटेज को लेकर जर आजमाइश जारी है इसी बीच भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने द्रौपदी मुर्मू को उम्मीदवार बनाया है. जिसके समर्थन में अब BSP सामने आ गई है.
BSP सुप्रीमो ने PC करके अपना निर्णय बताया है तो वहीं बीजेपी के आदिवासी कार्ड ने विपक्षी दलों को भी राष्ट्रपति चुनाव में समर्थन के मुद्दे पर पशोपेश में डाल दिया है. तो वहीं मायावती ने एनडीए कैंडिडेट के समर्थन को लेकर उठाए जाने वाले पर सवालों का जवाब भी दिया है. उन्होंने कहा कि हमने ये फैसला ना तो बीजेपी या एनडीए के पक्ष में, ना ही विपक्ष के विरोध में लिया है.
मायावती ने ये साफ कर दिया कि हमने ये फैसला अपनी पार्टी और आंदोलन को ध्यान में रखते हुए लिया है. क्योकि बसपा, दलित मूवमेंट से उपजी पार्टी है. बता दे कि BSP का बेस वोट बैंक भी दलित है. ऐसे में एनडीए कैंडिडेट द्रौपदी मुर्मू आदिवासी समुदाय से आती हैं इसलिए BSP ने NDA उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू को अपना समर्थन देने का फैसला लिया है.
तो वहीं अगर विपक्ष के उम्मीदवार यशवन्त सिन्हा कि बात करे तो उनके समर्थन में सपा सामने आ गई है और उनको ज्यादा वोट दिलाने का जिम्मा अखिलेश यादव ने उठा लिया है. सपा के समर्थन की खास वजह ये भी है कि यशवंत सिन्हा TMC से ताल्लुख रखते है और सपा के TMC के साथ अच्छा संबंध है.