ब्रिटेन में बड़ा राजनीतिक संकट खड़ा हो गया हैं। प्रधानमंत्री बोरीस जॉनसन ने गुरुवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया हैं। बोरिस जॉनसन पर दबाव का यह सिलसिला पांच जुलाई से शुरु हुआ था, जब ब्रिटेन सराकर में वित्त मंत्री ऋषि सुनक ने इस्तीफा दे दिया था। सके बाद स्वास्थ्य मंत्री साजिद वाजिद के इस्तीफे से भी उनकी कुर्सी पर संकट बढ़ गया था.
सत्तारूढ़ कंजरवेटिव पार्टी के चार कैबिनेट मंत्री अब तक इस्तीफा दे चुके हैं. इनमें सुनक और साजिद वाजिद के अलावा साइमन हार्ट और ब्रैंडन लुईस भी शामिल हैं.
कौन है ऋषि सुनक?
ऋषि सुनक के पैरेंट्स पंजाब के रहने वाले थे, जो विदेश में जाकर बस गए। सुनक का जन्म ब्रिटेन के हैम्पशायर में हुआ था। ऋषि ने अमेरिका की स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी से एमबीए किया है। उन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से राजनीति, दर्शन और अर्थशास्त्र की पढ़ाई की। राजनीति में आने से पहले ऋषि ने इन्वेस्टमेंट बैंक गोल्डमैन सैश और हेज फंड में काम किया। इसके बाद उन्होंने इन्वेस्टमेंट फर्म की भी स्थापना की। उनकी मां एक फार्मासिस्ट और राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (NHS) में काम करती हैं। सुनक के पिता ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट हैं।
नए प्रधानमंत्री की दौड़ में ऋषि सुनक पहली पसंद
बोरिस जॉनसन सरकार में भारतीय मूल के वित्त मंत्री रहे ऋषि सुनक को देश के अगले प्रधानमंत्री की रेस में आगे आगे बताया जा रहा है. सुनक इंफोसिस के सह संस्थापक और दिग्गज कारोबारी नारायण मूर्ति के दामाद हैं.
सुनक (42) ने फरवरी 2020 में उस समय इतिहास रच दिया था, जब बोरिस जॉनसन ने उन्हें देश का वित्त मंत्री नियुक्त किया था. इससे पहले इस साल जनवरी में ब्रिटेन के एक प्रमुख सट्टेबाज ने भी ये भविष्यवाणी की थी कि बोरिस जॉनसन जल्द ही इस्तीफा दे सकते हैं और उनकी जगह ऋषि सुनक नए प्रधानमंत्री बन सकते हैं.
बोरिस जॉनसन सरकार में ऋषि सुनक की लोकप्रियता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वह ज्यादातर प्रेस ब्रीफिंग में सरकार के चेहरे के तौर पर नजर आते थे.
उन्होंने कोरोना काल के दौरान ब्रिटेन को आर्थिक तंगी से उबारने में एडी चोटी का जोर लगा दिया था. ये उनकी मेहनत का ही नतीजा था कि सभी वर्ग के लोग उनके के कामकाज से खुश थे. उन्होंने कोरोना काल में चौपट हो चुकी टूरिज्म इंडस्ट्री को 10,000 करोड़ का पैकेज दिया था