बॉलीवुड एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी के पति और बिजनेसमैन राज कुंद्रा को पोर्नोग्राफी केस में सुप्रीम कोर्ट से राहत मिली है। सुप्रीम कोर्ट ने राज कुंद्रा के साथ ही मॉडल शर्लिन चोपड़ा, उमेश कामत और पूनम पांडे को भी अश्लील सामग्री बनाने और उसे ओटीटी प्लेटफॉर्म पर दिखाने के मामले में अग्रिम जमानत दे दी है। कोर्ट ने कहा है कि सभी आरोपियों को जांच में हमेशा सहयोग करना चाहिए और आवश्यकता पड़ने पर जांच में शामिल भी होना चाहिए।
पोर्नोग्राफी रैकेट चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था
बता दें शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा को 19 जुलाई को पोर्नोग्राफी रैकेट चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। राज कुंद्रा और उनके कर्मचारी रेयान थोर्प पर आरोप था कि वो दोनों पोर्नोग्राफी रैकेट चला रहे हैं। आम शब्दों में कहे तो शिल्पा शेट्टी के पति पर अश्लील फिल्म बनाने का आरोप था. इसी के चलते राज कुंद्रा और उनके कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया था।
राज कुंद्रा ने प्रधानमंत्री कार्यालय को भी पत्र लिखा
यहाँ तक राज कुंद्रा ने प्रधानमंत्री कार्यालय को भी पत्र लिखकर न्याय की मांग की थी. पत्र में राज कुंद्रा ने दावा किया था कि अश्लील फिल्म बनाने और इससे जुड़े किसी भी आरोपी से उनका कोई संबंध नहीं है। इतना ही नहीं राज ने इस बात की भी जानकारी दी है कि पोर्नाेग्राफी मामले में दायर चार्जशीट में उनका नाम न होने के बावजूद भी पुलिस उन्हें इस मामले में घसीटते जा रही है। प्रधानमंत्री कार्यालय को पात्र के अलावा भी राज कुंद्रा ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI ) को पत्र लिखा था।
CBI से जांच
अगर इस पत्र की बात करे तो इसमें बिजनेममैन राज कुंद्रा ने खुद को निर्दोष बताते हुए मुंबई अपराध शाखा के वरिष्ठ अधिकारियों पर आरोप लगाया था। कि मुंबई अपराध शाखा के वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें फंसाया है। यही नहीं राज कुंद्रा ने CBI से इस मामले की जांच करने की भी मांग की थी । इसी के साथ राज कुंद्रा ने ये भी दावा किया है कि पूरा मामला एक व्यवसायी के व्यक्तिगत प्रतिशोध पर बनाया गया था, जिसने उन्हें गिरफ्तार करने के लिए पुलिस अधिकारियों के साथ मिलीभगत की थी।