Cleanliness at Mahakumbh 2025 : संगम पर भक्तों का सैलाब उमड़ रहा है प्रयागराज के संगम तट पर महाकुंभ 2025 की शुरुआत हो चुकी है। श्रद्धालुओं का जोश और आस्था देखने लायक है। पिछले दो दिनों में ही पांच करोड़ से ज्यादा लोग संगम में डुबकी लगा चुके हैं। आज भी लाखों लोग त्रिवेणी संगम में स्नान के लिए जुटे हुए हैं। श्रद्धालु फूल और नारियल संगम में चढ़ा रहे हैं, लेकिन पानी फिर भी साफ दिख रहा है।
संगम की सफाई व्यवस्था
संगम की सफाई को लेकर इस बार खास इंतजाम किए गए हैं। सफाई के लिए 40 नावों और सैकड़ों कर्मचारियों की टीम तैनात है। इन कर्मचारियों के पास जाल है, जिससे वे पानी में गिरने वाले फूल, नारियल या अन्य चीजों को तुरंत निकाल लेते हैं। इस तरह संगम का पानी साफ और स्वच्छ बना हुआ है।
महाकुंभ के स्नान और श्रद्धालु
mahakumbh के तीसरे दिन का नजारा भी बेहद खास है। पहले दिन, 13 जनवरी को, 1.65 करोड़ लोगों ने पवित्र डुबकी लगाई। मकर संक्रांति के दिन यानी दूसरे दिन यह संख्या बढ़कर 3 करोड़ से ज्यादा हो गई। साधु संतों के 13 अखाड़े भी इस स्नान में शामिल हुए। इस बार महाकुंभ में अनुमान है कि 40 से 50 करोड़ श्रद्धालु आएंगे।
सफाई टीम का खास अंदाज
mahakumbh में सफाई व्यवस्था पर पूरा ध्यान दिया गया है। सफाई कर्मचारियों के लिए खास ड्रेस बनाई गई है, जिस पर पीछे बड़े अक्षरों में लिखा है ‘मैदानसाफ’। इन टीमों में अलग अलग जिलों से लोग सफाई के लिए आए हैं। संगम के पानी के साथ ही तटों पर भी सफाई पर जोर दिया जा रहा है।
महाकुंभ का आयोजन
महाकुंभ का शुभारंभ 13 जनवरी को हुआ और इसका समापन 26 फरवरी को होगा। इस दौरान कुल छह स्नान होंगे, जिनमें से तीन अमृत स्नान हैं। हर स्नान का अपना धार्मिक महत्व है, और संगम तट पर आस्था और उत्साह का नजारा देखते ही बनता है।
श्रद्धालुओं की सेवा का भाव
महाकुंभ न सिर्फ एक धार्मिक आयोजन है, बल्कि यह व्यवस्था और सफाई के शानदार नमूने के तौर पर भी देखा जा रहा है। इस बार संगम की स्वच्छता ने सभी का ध्यान खींचा है। श्रद्धालु खुले दिल से इस भव्य आयोजन का हिस्सा बन रहे हैं