President Election : 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए द्रौपदी मुर्मू के नाम पर NDA ने मुहर लगा दी है. भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में मथन के बाद पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने द्रौपदी मुर्मू की उम्मीदवारी की घोषणा की. बताते चले मंगलवार को हुई बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी , जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित संसदीय बोर्ड के अन्य सदस्य भी संसदीय बोर्ड की बैठक में शामिल हुए.
इस दौरान राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को लेकर संसदीय बोर्ड की बैठक में करीब 20 नामों पर चर्चा की गई और अंत में इस बात पर सहमति बनी कि राजग को इस संवैधानिक पद के लिए देश के पूर्वी इलाके से किसी महिला को प्रत्याशी बनाना चाहिए .बता दे, ऐसा आज तक नहीं हुआ कि कोई आदिवासी राष्ट्रपति बना हो इसलिए राजग ने द्रौपदी मुर्मू को अपना उम्मीदवार बनाने का फैसला किया है. इस चुनाव में यदि मुर्मू की जीत होती है तो वह देश की पहली आदिवासी महिला होंगी जो राष्ट्रपति बनेंगी. आपको बता दे की 64 साल की मुर्मू झारखंड की राज्यपाल भी रह चुकी हैं.
मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म हो रहा है. ऐसे में अब जब विपक्षी उम्मीदवार के रूप में यशवन्त सिन्हा के नाम की भी घोषणा हो गई है तो 18 जुलाई को अगले राष्ट्रपति के निर्वाचन के लिए मतदान होना तय है. अगर पिछली बार की बात करे तो राष्ट्रपति चुनाव में बीजेपी ने बिहार के तत्कालीन राज्यपाल रामनाथ कोविंद को अपना उम्मीदवार बनाया था और इस बार झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को प्रत्याशी बनाया गया है. दरअसल द्रौपदी मुर्मू का जीवन बेहद ही प्रेरणादायक रहा है वो झारखंड की पहली महिला और आदिवासी राज्यपाल थीं. यहां से सेवानिवृति के बाद वे अपने गृह राज्य ओड़िशा के मयूरभंज जिले के रायरंगपुर में रहती हैं. बता दे की द्रौपदी मुर्मू झारखंड में सबसे लंबे वक़्त (छह साल से कुछ अधिक वक़्त) तक राज्यपाल रहीं है.
जानिए द्रौपदी मुर्मू के बारे में खास बातें
द्रौपदी मुर्मू ओरिसा के मयुरभंज जिले के छोटे से गांव बेदापौसी से है. उनका जन्म सन 1958 में आदिवासी परिवार में हुआ था. द्रौपदी मुर्मू के पास एक दशक से ज्यादा का राजनितिक अनुभव है. 64 वर्षीय मुर्मू ने अपने राजनैतिक करियर की शुरुआत पार्षद के रूप मे करी थी. उन्होंने भाजपा के अनुसूचित जनजाति मोर्चा की उपाध्यक्ष बनी और भाजपा के आदिवासी मोर्चा की सदस्य बन काम किया. ओरिसा की रायगंज सीट से विधायक भी रह चुकी है मुर्मू. ओरिसा सरकार में 2000 और 2004 के बीच मंत्री भी बन चुकी है. झारखंड की पहली महिला राज्यपाल का भी खिताब उन्ही के नाम है. अब 2022 राष्ट्रपति चुनाव के लिए NDA ने द्रौपदी मुर्मू के नाम का एलान किया है .