Presidential Election 2022: देश के 15वें राष्ट्रपति के चुनाव के लिए कुछ ही देर में वोटिंग शुरू हो जाएगी. इस वोटिंग में 4800 निर्वाचित सांसद और विधायक हिस्सा लेंगे. चुनाव में एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू की जीत के साथ ही देश के शीर्ष संवैधानिक पद पर पहली बार किसी आदिवासी महिला का ताजपोशी तय है. 27 पार्टियों के समर्थन से द्रौपदी मुर्मू का पलड़ा भारी है. वहीं, सिर्फ 14 पार्टियों के समर्थन से सिन्हा को करीब 3.62 लाख वोट ही मिलने की उम्मीद है. इसी क्रम में सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक मतदान होगा.
राष्ट्रपति चुनाव में कुल कितने हैं वोट
- वोट के मूल्य की गणना राष्ट्रपति चुनाव में सांसदों और विधायकों की कुल संख्या को जोड़कर की जाती है. वर्तमान में, देश में कुल वोट मूल्य 1,086,431 है. इसमें 776 सांसदों का कुल मत मूल्य – 543,200 है, जबकि देश के 4,033 विधायकों का कुल मत मूल्य – 543,231 है.
- उत्तर प्रदेश में विधायकों की संख्या 403 है. एक विधायक के वोट की वैल्यू 208 है. इस तरह कुल विधायकों के वोटों की वैल्यू 83824 है. बिहार में विधायकों की संख्या 243 है. यहां एक विधायक के वोट का मूल्य 173 है. इस प्रकार कुल विधायकों के वोटों का मूल्य 42039 है।
- मध्य प्रदेश में विधायकों की संख्या 230 है. यहां एक विधायक के वोट का मूल्य 131 है. इस प्रकार कुल विधायकों के वोटों का मूल्य 30130 है. महाराष्ट्र में विधायकों की संख्या 288 है. यहां एक विधायक के वोट की वैल्यू 175 है. इस तरह कुल विधायकों के वोटों की वैल्यू 50400 है.
- दिल्ली में विधायकों की संख्या 70 है. यहां एक विधायक के वोट की वैल्यू 58 है. इस तरह कुल विधायकों के वोटों की वैल्यू 4060 है. झारखंड में विधायकों की संख्या 81 है. यहां एक विधायक के वोट का मूल्य 176 है. इस तरह कुल विधायकों के वोटों का मूल्य 14756 है.
- उत्तराखंड में विधायकों की संख्या 70 है. यहां एक विधायक के वोट का मूल्य 64 है. इस प्रकार कुल विधायकों के वोटों का मूल्य 4480 है. पंजाब में विधायकों की संख्या 117 है। यहां एक विधायक के वोट का मूल्य 116 है। इस प्रकार कुल विधायकों के वोटों का मूल्य 13572 है.
बहुमत का आंकड़ा क्या है जानें
एक उम्मीदवार को राष्ट्रपति बनने के लिए 543,216 मतों की आवश्यकता होती है. फिलहाल राजनीतिक हालात के मुताबिक एनडीए के पास कुल 533,751 वोट हैं, जबकि विपक्ष के पास 360,362 वोट हैं.
द्रौपदी मुर्मू के समर्थन में हैं ये पार्टियां
जब भाजपा ने 18 जुलाई के चुनाव के लिए द्रौपदी मुर्मू को अपना उम्मीदवार घोषित किया, तो एनडीए बहुमत के निशान से 13,000 वोट दूर था. फिर अकाली दल, बसपा, तेदेपा, वाईएसआरसीपी और बीजद को समर्थन मिला. शिवसेना के पास 10.86 लाख वोटों में से 25,000 से अधिक वोट हैं.
कितना मजबूत है यशवंत सिन्हा की दावेदारी
यशवंत सिन्हा विपक्ष के उम्मीदवार हैं, लेकिन विपक्ष की कई पार्टियां उनके समर्थन में नहीं मिला हैं. मुख्य रूप से कांग्रेस, सपा, एनसीपी, टीएमसी, द्रमुक, टीआरएस उनके समर्थन में हैं. फिलहाल तस्वीर साफ नहीं है. इसके अलावा आम आदमी पार्टी ने भी अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है।
Read Also – President Election: द्रौपदी मुर्मू की लगभग जीत तय, शिवसेना समेत इन दलों का मिला समर्थन