Presidential Election Result: देश के होने वाले अगले राष्ट्रपति का पता आज चल जाएगा. भारत के 15वें राष्ट्रपति के लिए हुए चुनाव का परिणाम आज घोषित किया जाएगा. आज तय हो जाएगा कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की जगह कौन लेने जा रहा है ? संसद भवन में सुबह 11 बजे से वोटों की गिनती शुरू हो जाएगी. वहीँ, शाम चार बजे के आसपास नतीजे सामने आने की उम्मीद लगाई जा रही है. चुनाव में NDA ने द्रौपदी मुर्मू को अपना उम्मीदवार बनाया है तो वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा विपक्ष से साझा उम्मीदवार हैं. आपको बता दे की संसद भवन परिसर और राज्य विधानसभाओं में 18 जुलाई को वोट डाले गए थे. निर्वाचन आयोग के मुताबिक चुनाव में देशभर में कुल 4,796 निर्वाचको में से 99 फीसदी से अधिक ने मतदान किया है. निर्वाचन आयोग की तरफ से बताया गया कि 10 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेश पुडुचेरी में विधायकों ने शत-प्रतिशत मतदान किया है.
कौन हैं यशवंत सिन्हा?
Yashwant Sinha पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के खास थे और उनकी सरकार में वित्तमंत्री और फिर विदेश मंत्री के रूप में कार्य किया था. सिन्हा को केंद्र की मोदी सरकार रास नहीं आई और उन्होंने साल 2018 में यह कहते हुए BJP छोड़ दी थी कि आज पार्टी का जो स्वरूप है वह लोकतंत्र के लिए खतरा है. साल 2021 में यशवंत सिन्हा ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए थे. साल 1960 में Yashwant Sinha का चयन भारतीय प्रशासनिक सेवा में हुआ और उन्होंने बतौर प्रशासनिक अधिकारी 24 साल तक काम किया.
यशवंत सिन्हा ने 1984 में प्रशासनिक सेवा से इस्तीफा दे दिया और जनता पार्टी के सदस्य के रूप में सक्रिय राजनीति में शामिल हो गए थे. 1988 में यशवंत सिन्हा राज्यसभा सदस्य चुने गए थे. इसके बाद 1989 में जब जनता दल का गठन हुआ तो उसके महासचिव चुने गए थे. इसके बाद साल 1990 से लेकर 1991 वह चंद्रशेखर मंत्रिमंडल में वित्त मंत्री भी रहे. यशवंत सिन्हा 1996 में BJP के राष्ट्रीय प्रवक्ता बने और मार्च 1998 में उन्हें भारत का वित्त मंत्री नियुक्त किया गया था.
कौन हैं द्रौपदी मुर्मू?
Draupadi Murmu का जन्म 20 जून 1958 को हुआ था. वे झारखंड की राज्यपाल रह चुकी हैं. वह लंबे वक्त से भाजपा की सदस्य रहीं हैं. द्रौपदी मुर्मू आदिवासी मूल की हैं. द्रौपदी मुर्मू ने राजनीति में ग्राउंड जीरो से काम शुरू किया था. वह पहली बार 1997 में रायरंगपुर से नगर पंचायत पार्षद बनीं थी. इसके बाद वह 2 बार ओडिशा के रायरंगपुर से विधायक भी रहीं. साथ ही भाजपा और बीजू जनता दल की गठबंधन सरकार में मंत्री भी रहीं थी. द्रौपदी मुर्मू के नाम कई रिकॉर्ड भी हैं. जैसे कि वह झारखंड की पहली महिला राज्यपाल भी थीं. साल 2000 में गठन के बाद से पांच साल का कार्यकाल पूरा करने वाली झारखंड की पहली राज्यपाल भी हैं. वह पहली ऐसी ओडिया नेता हैं, जिन्हें राज्यपाल बनाया गया था. इतना ही नहीं अगर द्रौपदी मुर्मू चुन ली जाती हैं तो वह भारत की दूसरी महिला राष्ट्रपति होंगी और पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति होंगी.