लखनऊ। रेलवे ने दीपावली से छठ पर्व तक ट्रेनों में लम्बी वेटिंग को देखते हुए अब तत्काल कोटे का टिकट बनाने वाले दलालों पर अंकुश लगाने की तैयारी शुरू कर दी है। इसी क्रम में लखनऊ मंडल के रेल आरक्षण केंद्रों पर आरपीएफ के साथ रेलवे की विजिलेंस टीमों की तैनाती जल्द की जाएगी।
भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम(आईआरसीटीसी) की आईटी सेल के मुताबिक, दीपावली से लेकर छठ पर्व तक ट्रेनों में लम्बी वेटिंग को देखते हुए करीब डेढ़ लाख पर्सनल यूजर आईडी की निगरानी की जा रही है। इन यूजर आईडी पर सबसे अधिक तत्काल सहित अन्य टिकट बनते हैं। दीपावली और छठ पर्व पर ट्रेनों में कंफर्म सीटों के लिए यात्रियों की उम्मीदें तत्काल कोटे से मिलने वाले टिकटों पर हैं। ऐसे में रेलवे ने तत्काल कोटे का टिकट बनाने वाले दलालों पर अंकुश लगाने की तैयारी शुरू कर दी है।
लखनऊ मंडल के एक वरिष्ठ रेलवे अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि इस बार दीपावली पर 20 से 22 अक्टूबर तक दिल्ली, मुम्बई सहित कई शहरों से आने वाली ट्रेनों में लम्बी वेटिंग हो गई है। कोरोना के कारण वर्ष 2020 और 2021 में दीपावली पर लखनऊ आने वाले यात्रियों की संख्या बहुत कम हो गई थी। इस बार वेटिंग अधिक होने के कारण रेलवे ने एक के बाद एक कई स्पेशल ट्रेनों को चलाने के आदेश जारी कर दिए हैं। यह ट्रेनें दिल्ली से बिहार के कई शहरों की ओर चलेंगी। लखनऊ मेल,एसी एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस, तेजस एक्सप्रेस जैसी नियमित ट्रेनों में पहले ही लम्बी वेटिंग हो गई है। वहीं स्पेशल ट्रेनों के रिजर्वेशन खुलने के बाद अब उसमें भी वेटिंग हो गई है।
उन्होंने बताया कि दीपावली के बाद वापसी के लिए 26 से 28 अक्टूबर तक की ट्रेनों में तत्काल कोटे के लिए मारामारी होगी। इसी समय पूर्वांचल और बिहार की ओर जाने वाली ट्रेनों में छठ पर्व की भीड़ उमड़ेगी। ऐसे में रेलवे ने 24 से 30 अक्टूबर तक तत्काल कोटे के रिजर्वेशन को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है। लखनऊ मंडल के प्रमुख रेल आरक्षण केंद्रों पर आरपीएफ के साथ रेलवे की विजिलेंस की टीमों की तैनाती जल्द की जाएगी। इसके अलावा रिजर्वेशन टिकटों के मामले में दलालों से सांठगांठ करने वाले रेल कर्मियों को भी रडार पर रखा गया है।