कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश में 68 में 39 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत से सत्ता में दोबारा वापसी की है। जहां एक तरफ सीएम जयराम ठाकुर ने राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया है वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस जश्न के माहौल में डूबी है। बता दें कि सीएम जयराम ठाकुर ने वोटों की गिनती पूरी होने से पहले ही हार मान ली। हालांकि जयराम ठाकुर अपनी सीट निकाल गए, लेकिन उनके अधिकांश मंत्रियों को अपनी सीट गवानी पड़ी। इसी के साथ प्रदेश के रिवाज को बरकरार रखते हुए राज बदल बदल गया और हिमाचल बीजेपी की झोड़ी से उछलकर कांग्रेस के दामन में जा गिरा।
कांग्रेसियों ने बांटी मिठाई
हिमाचल प्रदेश के शुरुआती रुझानों में दोनों बड़ी पार्टियों बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर होने के बाद बाद पासा पलट गया है। प्रदेश ने एक बार फिर देश की सबसे पूरानी पार्टी पर विषय जताया और कांग्रेस बहुमत के आगे निकल गई है। बहुमत से जीत हासिल करने के बाद पार्टी में उत्साह है। इस जीत की खुशी में कांग्रेसियों ने मिठाईयां बांटी।
जयराम ठाकुर ने इस्तीफा के बाद क्या कहा
वहीं सीएम जयराम ठाकुर ने राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने के बाद कहा कि मैंने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। लेकिन में कभी भी प्रदेशवासियों के विकास के लिए काम करना कभी बंद नहीं करूंगा। उन्होंने कहा कि कुछ मुद्दे ऐसे थे। जिन्होंने चुनावी नतीजों की दिशा बदल दी। इनपर विश्लेषण करना जरुरी है।
बता दें कि राज्य में सभी 68 विधानसभा सीटों पर 12 नवंबर को चुनाव हुए थे, जिसमें 412 उम्मीदवारों की सियासी किस्मत दांव पर लगी हुई थी। जिनका आज फैसला हो गया है। इस बार चुनान में करीब 76.44 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। जबकि 2017 में 75.57 प्रतिशत मतदान हुआ था।