राजस्थान में जिस तरह की गर्म हवा चलती है ठीक उसी तरह इस वक्त राजस्थान के भी मिजाज बदले- बदले से हैं। इस वक्त राजस्थान की रेत की तरह तप रही हैं राजस्थान की सियासत। आपको बता दें कि अजमेर में कांग्रेस पार्टी की एक बैठक के दौरान अशोक गहलोत और वसचिन पायलट के समर्थकों के बीच बवाल हो गया। दोनों गुटों के समर्थकों और पदाधिकारियों के बीच विवाद इतना बढ़ा कि बात लात-घूंसों तक जा पहुंची। कहा जा रहा है कि दोनों गुटों के समर्थकों के बीच जमकर लात-घूंसे चले। यह विवाद तब हुआ, जब प्रदेश की सह प्रभारी अमृता धवन अजमेर दौरे पर पहुंची थी। इस कार्यक्रम में आरटीडीसी अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह राठौड़ भी मौजूद थे। उनके सामने ही पायलट के समर्थकों ने कार्यक्रम का विरोध किया और बात हाथापाई तक पहुंच गई।
कांग्रेस कार्यकर्ता के बीच झड़प, देर तक चला हंगामा
पार्टी नेताओं ने कहा कि यह एक फीडबैक कार्यक्रम था, जहां अमृता धवन पार्टी कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेने वाली थी। कांग्रेस सह प्रभारी की पार्टी नेताओं से वन-टू-वन बातचीत होनी थी। सूत्रों के मुताबिक, ग्रामिण क्षेत्रों से पार्टी कार्यकर्ताओं के सभा स्थल पर आने के बाद से यह समस्या शुरू हुई। पार्टी के पदाधिकारी और अजमेर के ग्रामीण क्षेत्रों के कार्यकर्ता पायलट समर्तक हैं।
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जमकर चले लात-घूंसे
गहलोट खेमे के समर्थकों और पायलट समर्तकों के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई। इस दौरान बात इतनी बड़ी की दोनों पक्षों मारपीट उतर आए। ग्रामीण कांग्रेस कार्यकर्ता भीम सिंह की पिटाई कर दी गई। राज्य कांग्रेस सचिव महेंद्र सिंह रलावता के साथ मौके पर पहुंचे आरटीडीसी के अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह राठौर ने जब आक्रोशित पार्टी कार्यकर्ताओं को शांत करने की कोशिश की तो उन्होंने ‘राठौड़ मुर्दाबाद’ के नारे लगाए। बाद में पुलिस ने हस्तक्षेप करके आपस में भिड़े गुटों को शांत कराया।मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बवाल के बाद अमृता धवन ने सर्किट हाउस में पार्टी कार्यकर्ताओं से फीडबैक लिया।