भारतीय टीम के स्टार ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा की धर्मपत्नी रिवाबा जड़ेजा ने चुनाव जीत लिया है। उन्होने जामनगर सीट से चुनाव लड़ते हुए करीब 20 हजार वोटों से जीत हासिल की है। रिवाबा जड़ेजा ने 2019 में BJP join की थी जिसके बाद इस साल के विधानसभा चुनाव में जामनगर सीट से उन्हे टिकट मिल गई और वे चुनाव जीतकर अब विधायक भी बन गई हैं।
रविंद्र जडेजा का इस जीत में बहुत अहम योगदान है क्योंकि चुनाव से पहले ही जड़ेजा को बांग्लादेश जाना पड़ रहा था जहां भारतीय टीम में उनका नाम शामिल था लेकिन अगर जड़ेजा बांग्लादेश चले जाते तो यहां गुजरात में पत्नी की चुनावी लड़ाई कमजोर हो जाती इसलिए जड़ेजा ने अपनी चोट का हवाला देते हुए इस दौरे से अपना नाम वापस ले लिया था, BCCI ने इस बात की जानकारी दी थी कि जड़ेजा पूरी तरह फिट नहीं हैं जिस कारण उन्हें वनडे सीरीज ने रिलीज कर दिया गया है। इसके बाद पूरे जोर शोर से जड्डू, अपनी पत्नी रिवाबा जड़ेजा को चुनाव जिताने के लिए प्रचार में लग गए थे। जो जड़ेजा खेलने के लिए चोटिल थे वही जड़ेजा दिन रात चुनाव प्रचार कर रहे थे, अपनी फैन फॉलॉइंग के दम पर जड़ेजा ने खूब वोट बटोरे क्रिकेट के मैदान का खिलाड़ा चुनावी मैच में भी अपना 100% दे रहा थे और जब नतीजा आया तो जड़ेजा की मेहनत रंग लाई और उनकी पत्नी रिवाबा को भारी मतों से जीत मिली।
सोशल मीडिया पर कई सारे लोग रविंद्र जड़ेजा को ट्रोल कर रहे थे और कह रहे थे कि पत्नी को चुनाव में मदद करने के लिए जड़ेजा ने चोट का बहाना बनाकर छुट्टी ले ली और अपनी नेशनल ड्यूटी से किनारा कर लिया।
खैर जो भी हो चाहे टीम इंडिया पहले दोनों वनडे मैचों में हार गई हो लेकिन जड़ेजा ने तो अपनी पत्नी को विधायक बना ही डाला। चाहे टीम ऑलराउंडर को बिना लड़खरा रही हो लेकिन जड़ेजा ने चुनाव प्रचार में खूब चौके छक्के मारे। चाहे टीम इंडिया की रेटिंग वनडे में लगातार खराब हो रही हो लेकिन जड़ेजा एंड फैमिली की इमेज पर तो चारचांद लग गए और लगे भी क्यों ना अब उनकी धर्मपत्नी जामनगर की विधायक जो बन गई हैं।
पहले और दूसरे वनडे मैच में हारी टीम इंडिया –
4 दिसंबर को ढाका में भारत और बांग्लादेश के बीच वनडे सीरीज का पहला मैच खेला गया, इस मैच में हार के बाद भारतीय टीम की काफी किरकिरी हुई थी। भारतीय टीम ने इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए 186 रन बनाए थे और 43 वें ओवर की दूसरी गेंद पर टीम ऑल आउट हो गई थी। इसके बाद दूसरी पारी में भारतीय गेंदबाजों ने वापसी तो की लेकिन अंत में बांग्लादेश ने 1 विकेट से मैच जीत ही लिया। 128 से 136 के कुल स्कोर के बीच बांग्लादेश के 5 विकेट गिर गए और कुल 9 विकेट हो गए तब लगभग ये तय ही हो गया था कि भारत इस मैच को जीत चुका है, लेकिन फिर मैच में आता है जबरदस्त ट्विस्ट, जहां 8 रनों में बांग्लादेश ने 5 विकेट खो दिए थे वहीं अब जीत के लिए 51 रन चाहिए थे लेकिन विकेट सिर्फ 1 बचा था वो भी आखरी, सब सोच रहे थे कि भारत के तेज तर्रार गेंदबाजों के आगे बांग्लादेश का सबसे आखिर का यानी 11 वां खिलाड़ी कितनी गेंदों तक ही टिक पाएगा लेकिन शायद इस दिन अलग ही होने वाला था, पिच पर बाग्लादेश की ओर से रन 51 रन बनाने के लिए मेहदी हसन मिर्जा और मिस्ताफिजुर रहमान थे जिसमें से 11 वे नंबर के खिलाड़ी मुस्ताफिजुर रहमान टीम इंडिया के लिए आसान सा शिकार थे मगर इस बार शिकार ही शिकारी पर भारी पड़ गया, टीम इंडिया मेहदी हसन को आउट कर पाई और ना ही मुस्ताफिजुर को, 42वां ओवर दीपक चाहर करने आए जिसकी तीसरी गेंद पर मेहदी का एक कैच जरूर आया था जो आसानी से कोई भी कर सकता था लेकिन विकेटकीपर केएल राहुल काफी समय बाद विकेटकीपिंग कर रहे थे उन्होने इस कैच को ड्रॉप कर दिया बस फिर क्या था दूसरा कैच किसी के पास आया नहीं और भारत ये आसानी से जीता जाने वाला मैच या यूं कहें कि जीता हुआ मैच हार गया।
दूसरे मैच में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने चोटिल होकर भी घायल अंगूठे के साश शानदार बल्लेबाजी की और महज 28 गेंदों में 51 रन बनाए लेकिन इस मैच में टीम सिर्फ 5 रनों से हार गई। रोहित के अलावा श्रेयस अय्यर, अक्षर पटेल ने भी अच्छा पचासा जड़ा मगर अंत में रोहित का साथ देने के लिए कोई नहीं था जिस कारण टीम हार गई।
खैर बांग्लादेश में वनडे सीरीज भले ही भारतीय टीम हार गई हो लेकिन टीम के मुख्य ऑलराउंडर रविंद्र जड़ेजा ने अपनी चुनावी सीरीज तो जीत ही ली मतलब कहीं तो फायदा हुआ ही।
अब जड़ेजा कब भारतीय टीम में वापसी करेंगे ये देखना बेहद दिलचस्प होगा।