रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने बड़ा फैसला करते हुए ₹2000 के नोट को चलन से वापस लेने की घोषणा कर दी है। आरबीआई ने बड़ा फैसला लेते हुए कहा कि 2000 का नोट चलन से वापस लिया जाए। बैंकों को भी निर्देशित किया कि ₹2000 के नोट को फिलहाल वह जारी ना करें। वहीं 30 सितंबर तक किसी भी बैंक से बदले जा सकते हैं नोट 2000 के नोट को आरबीआई ने वापस लेने को कहा है।
₹2000 के नोट लाने का उद्देश्य हुआ पूरा
- भारतीय रिजर्व बैंक ने बताया कि 2000 के नोटों को लाने का जो उद्देश्य था वह पूरा हो चुका है और अन्य मूल्य वर्ग के नोट पर्याप्त संख्या में मार्केट में उपलब्ध है इसलिए 2018-19 में 2000 के नोटों की छपाई बंद कर दी गई थी 2000 मूल्य वर्ग के बैंक नोटों में से लगभग 89% मार्च 2016 से पहले जारी किए गए थे और चार-पांच वर्षो के अपने इस समय में 31 मार्च 2018 को इनका प्रचलन 26.73 लाख करोड़ से घटकर 23.62 लाख करोड़ हो गया था
- 2 मार्च 2023 को केवल 10.8% ही अब प्रचलन बचा है यह भी देखने में आया है कि इन नोटों का उपयोग बहुत ज्यादा आमतौर पर नहीं किया जाता
अन्य मूल्य वर्ग के नोट पर्याप्त संख्या में उपलब्ध है ऐसी स्थिति में 2000 के नोटों को हम वापस लेने की घोषणा कर रहे हैं - हालांकि 2000 मूल्य वर्ग के नोट वैध मुद्रा में बने रहेंगे जिनके पास भी 2000 के नोट हैं वह अपने बैंक खातों में जमा कर सकते हैं या उन्हें किसी भी बैंक शाखा में अन्य मूल्य वर्ग के नोटों से बदल भी सकते हैं
- ₹2000 के नोटों को बिना किसी प्रतिबंध के मौजूदा निर्देशों और वैधानिक प्रावधानों के अनुसार सामान्य तरीके से जमा किया जा सकता है
23 मई से किसी भी बैंक में 2000 के नोटों को बदला जा सकता है
30 सितंबर तक आम लोगों को किसी भी बैंक में 2000 के नोट जमा कराने बदलने की सुविधा प्रदान करने के लिए बैंकों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं
कितने नोट एक बार में बदल पाएंगे
एक बार में 20,000 तक सीमा के 2000 के नोटों को विनिमय की सुविधा भारतीय रिजर्व बैंक के 19 क्षेत्रीय कार्यालयों में भी प्रदान की जाएगी।
23 मई से ही बैंकों को ₹2000 मूल्य वर्ग के नोटों को जारी ना करने की सलाह भी दी गई है।