नई दिल्ली: मीडिया को दिए साक्षात्कार में क्रेमलिन प्रवक्ता ने यह साफ़ कर दिया की रूस की तरफ से यूक्रेन पर कोई भी परमाणु हमला नहीं किया जाएगा। और ना ही यूक्रेन पर किसी भी तरह का परमाणु हथियार इस्तेमाल किया जाएगा। साथ ही प्रवक्ता ने यह भी कहा कि रूस यह हथियार तब इस्तेमाल करेगा जब रूस का अस्तित्व खतरे में होगा।
यूक्रेन और रूस के बीच छिड़ी जंग का आज 34वा दिन है। जंग छिड़े हुए एक महीने से भी ज़्यादा समय बीत गया है फिर भी तबाही का यह मंज़र जारी है। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने सीधे रूसी राष्ट्रपति पुतिन से बातचीत करने की इच्छा जताई है। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की की और से शांति प्रस्ताव की पेशकश की गयी है। तुर्की के इस्तांबुल में दोनों देशों की बैठक होगी। बैठक में होने वाली बातचीत के लिए यूक्रेन का प्रतिनिधिमंडल इस्तांबुल पहुंच चुका है और उन्होंने स्पष्ट किया है कि यूक्रेन की और से प्राथमिकता युद्धविराम होगी।
वही जापान सरकार ने सभी जापानी कंपनियों को यह आदेश दिया की वे पुतिन की किसी भी मांग को ना माने। पुतिन ने गैस एक्सोपोर्ट के लिए रुबेल में भुगतान करने का आदेश जारी किया है। इसी वजह से अब जापान ने 5 अप्रैल से रूस को लक्ज़री कारें ,कीमती पत्थर व अन्य कीमती सामानों के एक्सपोर्ट पर भी प्रतिबन्ध लगा दिया है।
(ऋषभ गोयल)