Akshaya Tritiya 2025: हिंदू और जैन समुदाय का पवित्र पर्व अक्षय तृतीया जिसे आखा तीज भी कहा जाता है, आज 30 अप्रैल 2025 को पूरे देश में उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को पड़ने वाला यह पर्व अक्षय फल देने वाला माना जाता है। ‘अक्षय’ का अर्थ है ‘कभी नष्ट न होने वाला’, और इस दिन किए गए पुण्य कार्य, खासकर सोना खरीदना, गृह प्रवेश, भूमि पूजन और नए व्यवसाय की शुरुआत, समृद्धि और सौभाग्य लाने वाले माने जाते हैं। यह दिन स्वयं एक अबूझ मुहूर्त है जिसमें बिना पंचांग देखे शुभ कार्य किए जा सकते हैं।
क्या हैं पूजा का शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार अक्षय तृतीया 2025 (Akshaya Tritiya 2025) के लिए पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 6:07 बजे से दोपहर 12:37 बजे तक रहेगा। इस दौरान भक्त भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी, भगवान गणेश और कुबेर की पूजा-अर्चना करेंगे। पूजा के लिए विशेष रूप से पीला और लाल रंग शुभ माना गया है।
सोना खरीदने का शुभ समय
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अक्षय तृतीया के दिन सोना खरीदना धन और समृद्धि का प्रतीक है। इस साल सोना खरीदने का शुभ मुहूर्त 29 अप्रैल की सुबह 5:33 बजे से शुरू होकर 30 अप्रैल की रात 2:50 बजे तक रहेगा। इस दौरान देशभर के बाजारों में सोने-चांदी की दुकानों पर भारी भीड़ देखने को मिलेगी। ज्वेलरी व्यापारियों ने इस अवसर पर विशेष ऑफर और डिजाइन लॉन्च किए हैं ताकि ग्राहकों को आकर्षित किया जा सके।
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अक्षय तृतीया के दिन पूजा की विधि
अक्षय तृतीया के दिन पूजा की शुरुआत ब्रह्म मुहूर्त में स्नान से होती है। यदि संभव हो तो गंगा या अन्य पवित्र नदी में स्नान करना विशेष रूप से शुभ माना जाता है। घर और पूजा स्थल को साफ करने के बाद पीले या लाल कपड़े पर भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी, गणेश और कुबेर की मूर्तियां या चित्र स्थापित किए जाते हैं।
मूर्तियों को गंगाजल से शुद्ध कर चंदन, कुमकुम, पीले फूल, कमल और तुलसी अर्पित किए जाते हैं। भोग में जौ, गेहूं का सत्तू, चने की दाल, ककड़ी और मिठाई शामिल होती हैं। भक्त विष्णु सहस्रनाम, लक्ष्मी स्तोत्र, गणेश चालीसा और कुबेर चालीसा का पाठ करते हैं। पूजा के बाद घी का दीपक जलाकर आरती की जाती है और भोग को परिवार और जरूरतमंदों में बांटा जाता है।
बाजारों में रौनक.. तीर्थयात्रियों की भीड़
अक्षय तृतीया के अवसर पर देशभर के बाजारों में सोने-चांदी और अन्य कीमती वस्तुओं की खरीदारी के लिए उत्साह देखा जा रहा है। दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और अन्य शहरों में ज्वेलरी शोरूम सुबह से ही ग्राहकों से गुलजार हैं। इसके अलावा इस दिन चारधाम यात्रा का शुभारंभ भी हो रहा है जिसमें यमुनोत्री और गंगोत्री के कपाट खुलेंगे। अनुमान है कि इस साल 50 लाख से अधिक तीर्थयात्री उत्तराखंड के इन पवित्र धामों के दर्शन के लिए पहुंचेंगे।