Famous Temples of India: भारत की संस्कृति और धार्मिक धरोहरें पूरी दुनिया में खास पहचान रखती हैं। यहां कई ऐसे मंदिर हैं, जिनकी महिमा अनोखी है। सदियों से खड़े ये मंदिर न केवल आध्यात्मिक शक्ति का एहसास कराते हैं, बल्कि भक्तों को मन की शांति भी प्रदान करते हैं। यहां हर रोज़ लंबी कतारें लगती हैं, जहां श्रद्धालु भगवान के दर्शन के लिए आते हैं। अगर आप आध्यात्म की ओर झुकाव रखते हैं और जीवन में सुकून चाहते हैं, तो इन मंदिरों के दर्शन ज़रूर करने चाहिए।
काशी विश्वनाथ मंदिर, वाराणसी
गंगा के घाटों और संकरी गलियों के बीच बसा काशी विश्वनाथ मंदिर भगवान शिव का बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। मान्यता है कि यहां दर्शन करने से जन्म और मृत्यु के बंधन से मुक्ति मिलती है।
रोचक मान्यता, कहा जाता है कि स्वयं माता पार्वती और भगवान शिव ने इस स्थान को अपनी स्थायी निवास-स्थली बनाया। यहां गंगा स्नान और शिवलिंग के दर्शन से जीवन धन्य माना जाता है।
जगन्नाथ पुरी मंदिर, ओडिशा
पुरी का जगन्नाथ मंदिर अपनी भव्य रथ यात्रा के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। इस उत्सव को देखने लोग विदेशों से भी आते हैं। कहा जाता है कि जीवन में एक बार जगन्नाथ पुरी की यात्रा ज़रूर करनी चाहिए।
रोचक मान्यता, यहां के भगवान जगन्नाथ की मूर्ति लकड़ी की बनी होती है और हर 12 साल बाद इसे बदल दिया जाता है। इसे “नवकलेवर” कहा जाता है, जो दुनिया में कहीं और नहीं होता।
सोमनाथ मंदिर, गुजरात
सोमनाथ मंदिर भारत के गौरव का प्रतीक है। इसे कई बार आक्रमणकारियों ने लूटा और खंडित किया, लेकिन आज भी यह गर्व से खड़ा है। यह भी भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है।
रोचक मान्यता, कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण स्वयं चंद्रदेव ने अपनी तपस्या से कराया था। समुद्र की लहरें जब शिवलिंग से टकराती हैं, तो भक्त इसे शिव की शक्ति का आशीर्वाद मानते हैं।
तिरुपति बालाजी मंदिर, आंध्र प्रदेश
तिरुमाला की पहाड़ियों पर स्थित तिरुपति बालाजी मंदिर भगवान वेंकटेश्वर को समर्पित है। यहां रोज़ाना हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। माना जाता है कि यहां मांगी गई मन्नत कभी अधूरी नहीं रहती।
रोचक मान्यता, इस मंदिर में चढ़ाए जाने वाले बाल (बाल दान) की परंपरा है। भक्त मानते हैं कि भगवान को अपने बाल अर्पित करने से उनका अहंकार दूर होता है और मन्नत पूरी होती है।
केदारनाथ मंदिर, उत्तराखंड
ऊंचे बर्फीले पहाड़ों के बीच स्थित केदारनाथ मंदिर धरती पर स्वर्ग का अनुभव कराता है। यहां भगवान शिव की आराधना और प्रकृति का अद्भुत संगम देखने को मिलता है।
रोचक मान्यता, कहा जाता है कि महाभारत युद्ध के बाद पांडवों ने भगवान शिव से क्षमा याचना करने के लिए यहां पूजा की थी। माना जाता है कि शिव ने पांडवों की प्रार्थना से प्रसन्न होकर यहां ज्योतिर्लिंग रूप में विराजमान हुए।
भारत के ये मंदिर न केवल आस्था और विश्वास के प्रतीक हैं, बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपरा की आत्मा भी हैं। इन मंदिरों की अद्भुत मान्यताएं और कहानियां इन्हें और भी खास बना देती हैं। जीवन में एक बार इनके दर्शन ज़रूर करने चाहिए।