Sharad Purnima 2024 : शरद पूर्णिमा जिसे कोजागरी पूर्णिमा भी कहा जाता है, हिंदू धर्म में यह एक विशेष महत्व रखती है। यह दिन मां लक्ष्मी की पूजा और रात में चंद्रमा की रोशनी में विशेष अनुष्ठान करने के लिए जाना जाता है। इस दिन दान का विशेष महत्व है, लेकिन कुछ चीजें ऐसी हैं, जिनका दान करने से सुख-शांति में कमी आ सकती है। तो आइए जानते हैं, वह कौन-सी चीजे हैं….
Sharad Purnima के दिन दान करते समय ध्यान रखें
खराब वस्त्र
शरद पूर्णिमा पर खराब फटे या गंदे वस्त्रों का दान नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से न केवल दान का महत्व कम होता है, बल्कि इससे जीवन में नकारात्मकता भी आ सकती है।
साबुत अनाज
इस दिन साबुत अनाज का दान करना शुभ नहीं माना जाता है। विशेषकर चना और मूंग दाल का दान करने से बचना चाहिए। इन अनाजों का दान जीवन में कठिनाई ला सकता है।
पत्ते और सूखे फूल
शरद पूर्णिमा पर सूखे फूलों और पत्तों का दान करना अशुभ माना जाता है। यह न केवल आपके दान को नकारात्मक बनाता है, बल्कि इससे आपके जीवन में सुख-शांति की कमी भी हो सकती है।
काले या नीले रंग की वस्तुएं
इस दिन काले या नीले रंग की वस्तुओं का दान नहीं करना चाहिए। ये रंग नकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माने जाते हैं और इससे जीवन में अशांति आ सकती है।
अशुद्ध खाद्य पदार्थ
इस दिन अशुद्ध और बासी खाद्य पदार्थों का दान करना भी उचित नहीं है। इससे दान का लाभ नहीं मिलता और जीवन में रुकावटें आ सकती हैं।
सही दान के लाभ
शरद पूर्णिमा पर सही तरीके से दान करने से जीवन में सुख, समृद्धि और शांति का संचार होता है। इस दिन यदि सही वस्तुओं का दान किया जाए, तो यह आपके जीवन को सकारात्मकता से भर देता है और आपके सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करने में मदद करता है।
इस दिन माता लक्ष्मी की पूजा करने के साथ-साथ सही दान करने से जीवन में खुशियों और समृद्धि का अनुभव किया जा सकता है। अतः शरद पूर्णिमा के अवसर पर इन बातों का ध्यान रखें और अपने जीवन को खुशहाल बनाएं।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है. news1india.in इन मान्यताओं की पुष्टि नहीं करता है. यहां पर दी गई किसी भी प्रकार की जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह अवश्य ले लें.