उत्तर प्रदेश: सिंगल यूज प्लास्टिक के यूज को रोकने के लिए कई अभियान चलाए जाते हैं. लेकिन यहां प्लास्टिक की शव यात्रा निकाली गई. जिसमें शामिल होने वाले लोग प्लास्टिक को अंतिम विदाई देते नजर आए. मामला यूपी के संभल जिले का है. इस अनोखा शवयात्रा को देखकर चौराहे पर तैनात ट्रैफिक पुलिसकर्मियों सहित कई लोगों के मन में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई थी, फिर कुछ देर बाद समझ आया कि किसी की मौत नहीं हुई है बल्कि यह सरकारी कार्यक्रम है.
सभी रीति रिवाज के अनुसार निकाली गई शवयात्रा
शुक्रवार को जिला संभल के सदर कोतवाली क्षेत्र के संभल ब्लॉक में सिंगल यूज प्लास्टिक (single use plastic) की शव यात्रा का आयोजन किया गया, संभल जिले में इसका उपयोग नहीं करने का संकल्प लेते हुए सिंगल यूज प्लास्टिक की शवयात्रा निकाली गई. जिले के आठ विकास खंडों में निकाली गई. इतना ही नहीं, अर्थी को सजाकर कंधे पर लादकर सिंगल यूज प्लास्टिक की यात्रा निकाली गई. प्रत्येक विकासखंड से यह शव यात्रा निकाली गई है.
प्लास्टिक के खिलाफ जागरूक करने के लिए निकाली गई यात्रा
अंतिम संस्कार के जुलूस में सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने के बारे में जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से एक शव वाहन और एक प्लास्टिक की अर्थी बनाई गई थी. ताकि लोगों को जागरूक किया जा सके कि प्लास्टिक का इस्तेमाल हमारे लिए घातक हो सकता है. इस दौरान प्लास्टिक के अर्थी के पास बैठी महिलाओं सहित दर्जनों लोग रोते नजर आए. इस मौके पर डीपीआरओ जाहिद हुसैन, बीडीओ अजित सिंह, एडीओ पंचायत वसीम अब्बास सहित काफी लोग मौजूद रहे.
रीसाइक्लिंग करवा कर जन उपयोगी वस्तुओं में बदलेंगे
डीएम मनीष बंसल ने बताया कि प्लास्टिक की अंतिम शव यात्रा के लिए कचरे में पड़ी करीब 150 क्विंटल पॉलीथिन एकत्र की गई थी, जिसकी शव यात्रा निकाली गई है. उन्होंने आगे बताया कि इस प्लास्टिक को नया रूप देने के लिए रिसाइक्लिंग कर इसे जनोपयोगी वस्तुओं में तब्दील किया जाएगा. इस अनोखे शवयात्रा के लाखों गवाह बन गए हैं. प्लास्टिक की शव यात्रा निकालने का मकसद लोगों में सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं करने के लिए जागरुकता पैदा करना है कि लोग खुद ही पॉलीथिन का इस्तेमाल बंद कर दें.
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