लखनऊ, उत्तर प्रदेश के लखनऊ में कोर्ट परिसर में गैंगस्टर संजीव जीवा की पेशी के दौरान हत्या कर दी गई। संजीव जीवा मुख्तार अंसारी का करीबी था। संजीव जीवा की हत्या को अंजाम देने वाले आरोपी की पहचान विजय यादव के रूप में हुई है। विजय यादव जौनपुर का रहने वाला था। वहीं संजीव जीवा ब्रह्मदत्त मर्डर केस का मुख्य आरोपी था। कोर्ट परिसर में संजीव जीवा पर फायरिंग की गई थी, जिसके बाद जीवा की मौके पर मौत हो गई। पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के भेज दिया।
गैंगस्टर संजीव जीवा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आ चुकी है उनके शरीर में 16 एंट्री एग्जिट प्वाइंट थे, जिससे साफ है कि शूटर ने 8 गोलियां दागीं। जीवा सीने में 6 गोलियां लगी। वहीं 2 गोलियां बाएं हाथ में लगी।वहीं जीवा हत्याकांड के बाद कोर्ट परिसर की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। किसी बाहरी व्यक्ति को अंदर जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है। एसआईटी की टीम मामले की जांच कर रही है।
पत्नी पायल की जान को है खतरा
गैंगस्टर संजीव जीवा की हत्या के बाद पत्नी पायल माहेश्वरी सुप्रीम कोर्ट पहुंची और अपनी गिरफ्तारी से संरक्षण की मांग की। सुप्रीम कोर्ट ने इसे लेकर कहा कि याचिका की कॉपी यूपी सरकार के वकील को दी जाएं। उसके बाद सुप्रीम कोर्ट सुनवाई कर के फैसला करेगा जीवा की पत्नी ने सुप्रीम कोर्ट मे कहा कि उसके पति की तरह उसकी जान को भी खतरा है। पायल ने कहा कि उसकी हत्या कराई जा सकती है.. इसलिए उसने अपनी गिरफ्तारी से संरक्षण की मांग की।