Sawan 2022: शिवजी को नहीं चढ़ाएं तिल ऐसा कहा जाता है कि तिल या तिल जैसी वस्तु भगवान विष्णु के मैल से उत्पन्न मानी जाती है. इसलिए इसे भगवान शिव को नहीं चढ़ाते हैं.
शिवलिंग को न चढ़ाएं तुलसी भगवान विष्णु ने तुलसी को पत्नी रूप में स्वीकार किया है. इसलिए तुलसी से शिव जी की पूजा नहीं की जाती है. इसलिए ध्यान रहे भोले बाबा को तुलसी नहीं चढ़ाए.
तांबे का ही होना चाहिए बर्तन भगवान शिव को जल चढ़ाते इस बात का ध्यान रखें कि जिस बर्तन से जल चढ़ा रहे हैं वो तांबे का होना चाहिए. शिवलिंग पर जल तांबे के लोटे से चढ़ाया जाता है. दूध पीतल के लोटे से चढ़ाया जाता है.
शिवजी को नहीं चढ़ाएं तिल ऐसा कहा जाता है कि तिल या तिल जैसी वस्तु भगवान विष्णु के मैल से उत्पन्न मानी जाती है. इसलिए इसे भगवान शिव को नहीं चढ़ाते हैं.