एक बार फिर कश्मीर में आतंकियों ने गैर-कश्मीरियों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। मंगलवार को हिंदू टीचर रजनीबाला की हत्या के बाद गुरुवार को दो जगह गैर-कश्मीरियों पर हमले हुए। पहला हमला सुबह कुलगाम में हुआ, जहां राजस्थान निवासी 25 वर्षीय बैंक मैनेजर विजय कुमार की हत्या कर दी गई।
कश्मीर में इस साल 20 नागरिकों की हत्या हो चुकी है। इनमें से 9 हत्याएं पिछले 22 दिन में हुईं, जिसमें 5 हिंदू और 3 सुरक्षाबलों के जवान थे। ये जवान छुट्टी पर घर आए थे। आतंकियों ने एक टीवी एक्टर की भी हत्या कर दी थी। इन टारगेट किलिंग्स के बाद लोगों में दहशत है और वे घाटी के बजाए जम्मू में रहना चाहते हैं।
इन टारगेट किलिंग्स के बाद घाटी से कश्मीरी पंडितों ने बड़े पैमाने पर पलायन करने की तैयारीयों में जुट गए हैं।आपको बता दे की कश्मीर को लेकर गुरूवार को अमित शाह ने अजीत डोभाल के साथ बैठक की थी और आज एक बार फिर इसी मुद्दे पर दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह NSA अजित डोभाल के साथ हाई लेवल की मीटिंग करेंगे। इस मीटिंग में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, DGP दिलबाग सिंह, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, CRPF के महानिदेशक कुलदीप सिंह और SSB के प्रमुख भी शामिल होंगे।
अनंतनाग के मट्टन में गुरुवार को आतंकी हमलों से डरे पंडित अपना सामान लेकर जम्मू के बनिहाल जाने की कोशिश में जुट गए हैं। जम्मू-कश्मीर में PM पैकेज के तहत कर्मचारी अमित कौल ने बताया कि हालात लगातार बिगड़ रहे हैं। आज 4 लोगों की हत्या हुई है, इसके चलते 30-40 परिवार शहर छोड़कर जा चुके हैं और जाने वाले है, सरकार हमारी मांग पूरी नहीं कर रही है, श्रीनगर में कोई भी सुरक्षित जगह नहीं है। आपको बता दे की सूत्रों के मुताबिक़ कई लोग रात के अंधेरे में पलायन कर रहे हैं। जम्मू में कर्मचारियों का आरोप है कि टारगेट बनाकर कर्मचारियों की हत्याएं की जा रही हैं।